प्रधानमंत्री जन धन योजना (पीएमजेडीवाई) ने शुक्रवार को अपने छह साल पूरे कर लिए। गरीबों के बैंक खाते खोलने के लिए शुरू की गई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत अब तक 40.35 करोड़ से अधिक खाते खोले जा चुके हैं जिनमें 1.31 लाख करोड़ रुपये जमा हुए हैं। इस योजना के तहत खोले गए कुल खातों में से 63.6 फीसद ग्रामीण इलाकों में खोले गए हैं और 55.2 फीसद खाताधारक महिलाएं हैं।
PMJDY की 6वीं वर्षगांठ पर, वित्त मंत्रालय ने कई ट्वीट करके इस योजना की उपलब्धियों का जिक्र किया। इस योजना के तहत PMJDY खाताधारकों को कुल 29.75 करोड़ RuPay कार्ड जारी किए गए थे।
प्रेस सूचना ब्यूरो (PIB) ने बताया कि पीएम गरीब कल्याण योजना के तहत, अप्रैल-जून, 2020 के दौरान महिलाओं के पीएमजेडीवाई खाताधारकों के खातों में कुल 30,705 करोड़ रुपये जमा किए गए। लगभग 8 करोड़ पीएमजेडीवाई खाताधारकों को विभिन्न योजनाओं के तहत सरकार से प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) प्राप्त हुआ।
इस अवसर पर, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी पीएमजेडीवाई के महत्व को दोहराया और इस बात पर जोर दिया कि कैसे यह योजना पीएम मोदी सरकार की जन-केंद्रित आर्थिक पहलों के लिए आधारशिला है। वित्त और कॉर्पोरेट मामलों के राज्य मंत्री, अनुराग ठाकुर ने भी पीएमजेडीवाई पर अपनी राय जाहिर की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त 2014 को लाल किले से इस योजना की घोषणा की थी। इसे उसी साल 28 अगस्त को लॉन्च किया गया था।
प्रधानमंत्री ने इसे लेकर ट्वीट किया, पीएम ने कहा कि छह साल पहले आज ही के दिन प्रधानमंत्री जनधन योजना की शुरुआत हुई थी। इसका मकसद उन लोगों को बैंकिंग व्यवस्था से जोड़ना था जो इससे वंचित थे। यह पहल गेमचेंजर साबित हुई है। इसने गरीबी उन्मूलन की कई योजनाओं के लिए काम किया है जिससे करोड़ों लोगों को फायदा पहुंचा।