देहरादून में आज भारी बारिश की चेतावनी है। मौसम विभाग ने दोपहर बाद शहर में तीव्र बारिश के एक से दो दौर होने की संभावना जताई है। उत्तराखंड में मानसून ने फिर रफ्तार पकड़ ली है। मौसम विभाग ने अगले तीन दिन के लिए प्रदेश के सात जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इस दौरान देहरादून, पौड़ी, हरिद्वार, टिहरी, चमोली, पिथौरागढ़ और बागेश्वर जिलों भारी बारिश के साथ ही आकाशीय बिजली गिरने के भी आसार हैं। राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि मौसम का यह मिजाज 28 अगस्त तक बना रहेगा।
केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग समेत सौ सड़कें बंद
प्रदेश में सड़कों पर भूस्खलन की मार जारी है। चमोली में बदरीनाथ धाम के पास लामबगड़ में हाईवे तो खोल दिया गया है, लेकिन यहां लगातार पहाड़ी से पत्थर गिरने के कारण आवाजाही खतरनाक बनी हुई है। वहीं रुद्रप्रयाग जिले में गौरीकुंड के पास केदारनाथ हाईवे करीब दो सप्ताह से नहीं खोला जा सका है। टिहरी जिले में नरेंद्र नगर के पास गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग भी बंद है, लेकिन 26 घंटे बाद यमुनोत्री मार्ग पर यातायात बहाल कर दिया गया है। प्रदेश में सौ सड़कों पर आवागमन बाधित है। इसमें सर्वाधिक 83 सड़कें गढ़वाल मंडल में हैं। दूसरी ओर कुमाऊं के पिथौरागढ़ जिले में 18 संपर्क मार्ग अवरुद्ध हैं।
चमोली में बादल फटा, जेई की मौत, पांच घायल
उत्तराखंड में बारिश और भूस्खलन से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। चमोली जिले के पोखरी क्षेत्र में बादल फटने के बाद हुए भूस्खलन का मलबा एक पंचायत घर पर जा गिरा। इससे सड़क निर्माण कर रही एक कंपनी के जूनियर इंजीनियर की मौत हो गई, जबकि उसके पांच अन्य साथी घायल हो गए। घटना पोखरी ब्लाक के ताली कंसारी गांव की है। इन दिनों यहां प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत मोहनखाल-ताली कंसारी मोटर मार्ग का कार्य चल रहा है। सड़क निर्माण में जुटे जूनियर इंजीनियर और ठेकेदार के साथ ही श्रमिक गांव के पंचायत घर में ठहरे हुए थे।
सोमवार देर रात बादल फटने के बाद पास की पहाड़ी का मलबा पंचायत घर पर गिरने से जूनियर इंजीनियर मयंक सेमवाल और ठेकेदार नीरज डंगवाल के साथ ही छह लोग वहां दब गए। ग्रामीणों ने तत्काल राहत कार्य शुरू किया और घायलों को मलबे से निकाला। इनमें जूनियर इंजीनियर की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि ठेकदार के अलावा जेसीबी चालक, पोकलैंड चालक और दो श्रमिकों को अस्पताल पहुंचाया गया। पोखरी स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ. सत्येंद्र कंडारी ने बताया कि घायलों की स्थिति खतरे से बाहर है। मलबा आने से सड़क भी कई जगह बंद हो गई। हालांकि बाद में इसे खोल दिया गया। पोखरी की प्रभारी उपजिलाधिकारी बुशरा अंसारी ने बताया कि प्रशासन की टीम ने मौके का मुआयना कर आसपास के परिवारों को सुरक्षित स्थान पर भेज दिया है।
विभिन्न शहरों में तापमान
- शहर, अधि. न्यून.
- देहरादून 32.3 24.2
- उत्तरकाशी 25.4 17.6
- मसूरी 21.3 15.5
- टिहरी 24.0 17.4
- हरिद्वार 34.2 26.6
- जोशीमठ 22.5 15.4
- पिथौरागढ़ 28.4 20.0
- अल्मोड़ा 28.2 19.6
- मुक्तेश्वर 20.7 15.1
- नैनीताल 22.9 19.0
- यूएसनगर 34.7 26.0
- चम्पावत 26.5 20.2