संवाद बनाए रखें
कोई भी रिश्ता तब बोझ बनने लगता है जब उसमें संवाद नहीं होता. ऐसे में दूरी आने लगती है. इसलिए आपके मन में जो कुछ भी चल रहा हो, आप उस पर अपने पार्टनर से बात करें. उसे समझें कि वह क्या चाहता है और अपनी लाइफस्टाइल के बारे में भी स्पष्ट बताएं. ऐसे में संवाद के जरिये बहुत-सी बातें क्लियर हो जाएंगी और मन का गुबार भी दूर होगा. फिर रिश्ते बोझ नहीं, खूबसूरत एहसास की तरह लगेंगे.
अपनी हॉबी को दबने न दें
कुछ लोग जिम्मेदारियों और काम के बोझ तले अपनी हॉबी को दबाने लगते हैं. यही वजह है कि दिलो-दिमाग पर एक तरह का बोझ रहता है. इसलिए अपने शौक को दबाने की बजाय इन्हें अपनी जिंदगी में शामिल रहने दें. इससे मन का तनाव दूर होगा. अपने पार्टनर के अलावा अपनी जिम्मेदारियों को वक्त दें, मगर अपने शौक को भी बरकरार रखें. इससे जिंदगी तनावमुक्त रहेगी.
कुछ काम अकेले भी करें
हर काम के लिए अपने पार्टनर पर डिपेंड होने से कई बार आपस में तनाव पैदा हो जाता है. इसलिए कुछ काम बिना पार्टनर के सहयोग के भी करें. इससे आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा और आपकी अपनी अलग पहचान बनेगी.
दोस्तों के साथ कुछ समय बिताएं
घर और इसकी जिम्मेदारियों में बंध कर कई बार हम अपने दोस्तों को भी भुला बैठते हैं और वे काम जो हमें सुकून देते हैं, जैसे अकेले में पढ़ना, लाइब्रेरी आदि जाना वह भी नहीं करते. यानी रिश्ते और जिम्मेदारियों के बीच इतने बिजी हो जाते हैं कि अपने दोस्तों से मिलने का समय भी नही मिलता. इसलिए अपने दोस्तों से मिलने का समय निकलें. लाइ्ब्रेरी जाते हैं, तो वहां जाकर कुछ देर पढ़ना जारी रखें. इससे मानसिक तौर पर आपको सुकून मिलेगा.