हंसराज महिला महाविद्यालय के सामने एक बार फिर से विद्यार्थियों ने प्रदर्शन किया। विद्यार्थियों ने आरोप लगाया कि यूनिवर्सिटी द्वारा कोई भी चार्ज वसूल नहीं जा रहे हैं पर कॉलेज प्रबंधक मनमानी करते हुए उनको सात हजार जमा करवाने के लिए कह रहा है। अगर वे पैसे नहीं जमा करवाते तो उनकी इनरोलमेंट नहीं की जाएगी।
विद्यार्थियों ने कहा कि कॉलेज प्रबंधकों ने यह भी कहा है कि वह फिलहाल दो हजार रुपये जमा करवाएं और बाकी का पांच भी उन्हें जमा करवाना होगा। जिसका विरोध करते हुए ही सोमवार को सभी विद्यार्थी कॉलेज के बाहर अपने हक के लिए इकट्ठे हुए हैं। जिसके चलते करीब एक से डेढ़ घंटे तक रोड पूरी तरह से बंद रहा और वाहन चालकों को दिक्कत का सामना करना पड़ा। इस दौरान प्रदर्शन कर रहे विद्यार्थियों की वाहन चालकों के साथ बहसबाजी भी हुई। छात्र नेता नवदीप ने कहा कि पुलिस और जिला प्रशासन को निरंतर उनकी परेशानियों संबंधी बताया गया है परंतु पुलिस उन्हें महज आश्वासन दे रही है। उनकी परेशानियां हल नहीं हो पा रही है।
प्रिंसिपल डॉक्टर अजय सरीन ने कहा कि उन्होंने पहले भी विद्यार्थियों से कहा है कि वह चाहे जितने मर्जी पैसे जमा करवा कर एडमिशन करवा सकते हैं परंतु यूनिवर्सिटी द्वारा मांगी गई फीस तो विद्यार्थियों को ही देनी होगी। वह संस्थान नहीं जमा करवा सकता है। थाना नंबर 2 के एसएचओ जितेंद्र सिंह ने कहा कि आर्थिक पक्ष से कमजोर छात्राओं की पढ़ाई खराब न हो इसलिए वह अपनी तरफ से पचास हजार रुपये कॉलेज में जमा करवा रहे हैं, ताकि वे दाखिले के तहत पढ़ाई शुरू कर सकें और जब उनके पास पैसे हो तो दे सकते हैं।
बसपा नेता बलविंदर ने कहा कि फिलहाल थाना दो के एसएचओ ने पचास हजार जमा करवा दिया है। बाकी छात्राओं के 500- 500 रुपए जमा करवा कर उनकी इनरोलमेंट करवा दी गई है और बाद में वे यूनिवर्सिटी की फीस जमा करवा सकते हैं।