कुशीनगर में नारायणी एक किमी दायरे में कर रही कटान
कुशीनगर। कुशीनगर में उफनाई नारायणी नदी के कटान से भयभीत ग्रामीणों को थोड़ी राहत मिली है। कैबिनेट मंत्री सूर्य प्रताप शाही के दौरे के बाद से बाढ़ खण्ड विभाग व जिला प्रशासन ने मंगलवार से बचाव कार्य तेज कर दिया है। विभाग ने एपी बांध के किमी जीरो से नरवाजोत बांध को जोड़ने वाली पीडब्ल्यूडी की सड़क का कार्य भी अपने हाथ में ले लिया है। सड़क नदी के कटान का शिकार हो गई थी।जिससे आवागमन मुश्किल होने से बचाव कार्य में बाधा पहुंच रही थी। सोमवार को मंत्री शाही ने देवरिया के सांसद रमापतिराम त्रिपाठी व कुशीनगर के सांसद विजय दुबे के साथ बाढ़ क्षेत्र का दौरा किया था। देर शाम को डीएम, एसपी व अन्य अधिकारियों के साथ बैठक कर बचाव कार्यों में तेजी लाने व जनसामान्य की सुरक्षा करने का निर्देश दिया था।
नेपाल के वाल्मीकिनगर बैराज से लगातार डिस्चार्ज पानी डिस्चार्ज किये जाने से नदी उफना गई है। इस कारण नरवाजोत-पिपराघाट मार्ग से सटी पुरानी स्पील सक्रिय होने से मार्ग के किमी 0.650 से 1.500 के मध्य नदी भीषण कटान कर रही है। लगभग 1.00 किमी लंबाई में नारायणी नदी उक्त मार्ग को अपने आगोश में लेने को आतुर दिख रही है। बाढ़ खण्ड के अभियंता बांध पर कैम्प करते हुए लगातार 22 दिन से वायर क्रेट में बोल्डर व गैवियान रोप में मिट्टी भरी बोरी डालकर मार्ग को बचाने में लगे हैं। लेकिन नदी का दवाब इतना अधिक है कि कराए कार्य बार बार नदी में समाहित हो जा रहे हैं। ग्रामीणों में भय का माहौल व्याप्त है। कई ग्रामीण अपने सामान व मवेशियों को लेकर गांव छोड़कर जा चुके हैं। एक्सईएन भरत राम ने कहा कि बचाव कार्य जारी है।