मुख्य चिकित्साधिकारी ने पीएमएचएस एसोसिएशन के पदाधिकारियों संग की बैठक
वाराणसी। एडिशनल सीएमओ डॉ. जंग बहादुर की मौत से नाराज सामूहिक इस्तीफा देने वाले जिले के 32 प्रभारी चिकित्साधिकारियों को अफसरों ने मना लिया है। बुधवार शाम जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा की पहल पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.वीबी सिंह ने पीएमएचएस एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ वार्ता कर उनके समस्याओं को ध्यान से सुना। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि इस समय कोरोना महामारी की संकट की घड़ी है। ऐसे में सबको मिलकर मनोयोग से कार्य करने की बेहद आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि कोरोना काल में कार्य की अधिकता को देख सभी पीएचसी पर लोड कम करने के लिए पिछले चार-पांच दिन में विशेष प्रयास किए गए हैं। इसके उन्हें कार्य करने में विशेष आसानी होगी और उनका भार कम होगा। बातचीत के बात सभी प्रभारियों ने अपना कार्य सुचारू रूप से करने पर सहमति जताई।
जिलाधिकारी ने सभी सीएचसी व पीएचसी के प्रभारी चिकित्सकों के कार्य में सहूलियत के दिया दिशा निर्देश जारी किया है। दिशा निर्देश के अनुसार स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त जिस भी विभाग के अधिकारी स्वास्थ विभाग की सहायता के लिए लगाए गए हैं वे सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारी तथा अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारियों के साथ ही समन्वय करके कार्य पूर्ण करेंगे, सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों से कार्य कराने का दायित्व तथा उन पर नियंत्रण केवल मुख्य चिकित्सा अधिकारी का ही रहेगा। भविष्य में बैठक करने व निर्देश जारी करने का दायित्व मुख्य चिकित्सा अधिकारी ही निभाएंगे। अन्य विभाग के अधिकारियों का दायित्व एडिशनल सीएमओ तथा उनकी टीम को सपोर्ट करना तथा डाटा फीडिंग, प्लानिंग करने में मदद करने का रहेगा।
भविष्य में मुख्य चिकित्सा अधिकारी के अलावा किसी अन्य अधिकारी द्वारा सीधे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अथवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारियों को निर्देश जारी करने हेतु मना कर दिया गया है, इन सबके लिए एडिशनल सीएमओ या सीएमओ ही अधिकृत होंगे। गत तीन-चार दिन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों का कार्यभार कम करने के वृहद प्रयास किए गए हैं। 102 नई अध्यापकों की टीम बनाई गई हैं, जो कांटेक्ट ट्रेसिंग का कार्य करेंगे इससे सभी प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को कांटेक्ट ट्रेसिंग कराने का कार्य सुगम हुआ है। 30 नई लैब टेक्नीशियन की टीम बनाकर सैंपल की गति बढ़ाई गई है इससे पूर्व केवल एक टीम प्रति प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कार्यरत थी जिससे सैंपलिंग समय पर पूर्ण होने में दिक्कत आ रही थी अब यह कार्य भी समय से पूर्ण होगा।