प्रशासन और विभाग के अफसरों पर लगाया प्रताड़ित करने का आरोप
वाराणसी। कोरोना संकट काल में संक्रमित मरीजों के इलाज में जुटे स्वास्थ्य विभाग के सेहत पर ही ग्रहण लग गया है। बुधवार को कोरोना संक्रमित एडिशनल सीएमओ डॉ. जंगबहादुर की मौत और उनके शव को बदले जाने से नाराज जिले के पीएचसी और सीएचसी प्रभारियों ने दुर्गाकुंड स्थित सीएमओ कार्यालय जाकर सामूहिक रूप से पद से इस्तीफा दे दिया। 28 मेडिकल अफसरों के सामूहिक त्यागपत्र की जानकारी होते ही जिले में हड़कम्प मच गया। स्वास्थ्य विभाग के आला अफसर उन्हें मनाने में जुट गये। प्रभारी चिकित्सकों ने अपना सामूहिक इस्तीफा मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. वीबी सिंह को सौंप आरोप लगाया कि एडिशनल सीएमओ जंगबहादुर को कोरोना काल में लगातार प्रताड़ित किया गया। उन्हें भी विभाग के अफसर और प्रशासनिक अधिकारी टारगेट को लेकर लगातार मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे हैं। कोरोना के चलते उनके ऊपर कार्य का दबाव पहले से ही है। टारगेट पूरा ना होने पर इसे आपराधिक कृत्य करार देकर मुकदमा दायर करने की धमकी भी दी जा रही है।
मेडिकल अफसरों ने लिखे पत्र के जरिये आरोप लगाया कि एसीएमओ जंगबहादुर की मौत के लिये प्रशासन जिम्मेदार है। प्रशासन की ओर से एसीएमओ को बर्खास्त करने की धमकी दी गयी थी। इसी वजह और मानसिक रूप से दबाव में आये एडिशनल सीएमओ की मौत हुई है। इस बारे में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर वीबी सिंह ने बताया कि प्रभारी चिकित्सकों को समझा कर मना लिया गया है। लोग अपने काम पर लग गए हैं। उनकी समस्याएं सुनी गई। मेडिकल अफसरों के सामूहिक इस्तीफे को लेकर सोशल मीडिया में भी सरगर्मी बनी रही।