लखनऊ। एक्टिविस्ट डॉ. नूतन ठाकुर ने डीजीपी द्वारा दिए गए प्रशंसा चिह्न पर सवाल उठाया है। पुलिस महानिदेशक एचसी अवस्थी को भेजे अपने पत्र में नूतन ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर जो प्रशंसा चिह्न दिए गए हैं, उन्हें देखने से साफ होता है कि ये कुछ खास लोगों को ही मनमाने ढंग से उपकृत करने के लिए दिए गए। उन्होंने कहा कि सम्मान पाने वाले ज्यादातर अफसर ऐसे हैं जो महत्वपूर्ण पदों पर तैनात हैं तथा जिनका डीजीपी कार्यालय से सीधा संबंध है। इनमे डीजीपी के मुख्य स्टाफ अफसर रवि लोक्कू, एडीजी कार्मिक दीपेश जुनेजा, सहायक स्टाफ अफसर दुर्गेश कुमार, पीआरओ अभय नाथ त्रिपाठी व डीजीपी कार्यालय के शकीलउज्जमा, अरविन्द मौर्या व राजेंद्र गौतम आदि शामिल हैं।
इसी प्रकार गृह विभाग में कार्यरत एस.के. भगत, आईजी जोन लखनऊ लक्ष्मी सिंह सहित लगभग सभी ऐसे अफसर हैं जो महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्त हैं। उन्होंने कहा कि डीजी ईओडब्ल्यू आर.पी. सिंह सहित तमाम ऐसे अफसर हैं जिन्हें लगातार हर साल इस प्रकार के सम्मान दिए जा रहे हैं। नूतन ने कहा कि उनके पति आइपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर को आज तक कोई पुलिस पदक या प्रशंसा चिह्न नहीं दिया गया है जबकि उन्होंने भी निरंतर पूरी निष्ठा के साथ विभाग में काम किया है। इसलिए नूतन ने प्रशंसा चिह्न की सूची पर पुनर्विचार करने व अमिताभ के नाम पर भी विचार करने का अनुरोध किया है।