बाढ़ से किसानों की फसलें चौपट, मुआवजा दे सरकार
कई जिलों में बंधे टूटे, सरकार की लापरवाही चरम पर
लखनऊ/कुशीनगर। उत्तर प्रदेश में बाढ़ दर्जनों जिलों में कहर मचाई हुई है। किसानों के धान और गन्ने की खेती डूब गई है। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने मांग की है कि प्रदेश सरकार तत्काल प्रभाव से किसानों को मुआवजा दे ताकि इस विपदा में उनको थोड़ी राहत मिले। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने जारी बयान में कहा कि पिछले एक सप्ताह से वे बाढ़ पीड़ितों के बीच घूम रहे हैं। बहराइच से लेकर बलिया तक स्थिति बहुत भयानक है। जगह जगह तटबन्धों की दशा बहुत ही दयनीय हालत में है। उन्होंने कहा कि इससे साफ साफ सरकार की लापरवाही उजागर होती है।
प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि बाढ़ में अपार जन धन की हानि हुई है। सरकार को तत्काल प्रभाव से पीड़ित जनता की मदद करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि गोंडा, बहराइच, बाराबंकी, कुशीनगर, गोरखपुर, देवरिया, बलिया, मऊ, आज़मगढ़ समेत कई जिलों में गन्ना और धान की फसल डूब गई है। उन्होंने कहा कि कई जिलों में तेज बारिश से भी बहुत नुकसान हुआ है। वहाँ भी फसलें बर्बाद हो गईं हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के किसान लगातार कई सालों से प्राकृतिक आपदा और किसान विरोधी सरकारी नीतियों के शिकार हो रहे हैं। उनके जेब में फूटी कौड़ी तक नहीं है। सरकार तत्काल प्रभाव बाढ़ को आपदा घोषित करे और जन-धन की हुई हानि का मुआवजा घोषित करे।