नई दिल्ली। भगवान राम जन्मभूमि तीर्थस्थल क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शिलान्यास किया। यह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए तो ‘कथनी करनी एक समान’ नारे को मुकम्मल करने जैसा है। अयोध्या में पूजन के बीच अन्य राजनीतिक दल सियासी पिच पर रक्षात्मक ढंग से खेलते रहे। कांग्रेस, समाजवादी पार्टी (सपा), बहुजन समाज पार्टी (बसपा), तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) जैसे दलों ने सन्तुलित प्रतिक्रिया देते हुए राम मंदिर निर्माण की शुरुआत का अपने-अपने ढंग से स्वागत किया। भाजपा के वयोवृद्ध नेता व राम मंदिर निर्माण के लिये रथयात्रा निकालने वाले नेता लालकृष्ण आडवाणी ने कहा ‘ जीवन के कुछ सपने पूरा होने में बहुत समय लेते हैं, ऐसा ही एक सपना जो मेरे हृदय के समीप है, अब पूरा हो रहा है। अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर पीएम नरेन्द्र मोदी द्वारा श्रीराम मंदिर का भूमिपूजन सभी भारतीयों के लिए ऐतिहासिक और भावपूर्ण क्षण हैं।’
भाजपा महासचिव राम माधव ने कहा ‘आज का दिन 130 करोड़ देशवासियों के लिए आनंद का दिन होना चाहिए। जहां भगवान राम का जन्म हुआ था वहां भव्य मंदिर बनने जा रहा है, राम इस देश के मूल्य और विरासत का प्रतीक हैं। इस देश में रहने वाले हर भारतवासी के लिए राम आदर्श पुरुष हैं।’ केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा ‘आज का दिन बहुत ही ऐतिहासिक दिन है। इसकी खुशी और भावुकता हम सभी समझ सकते हैं। राम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर राष्ट्र का भी मंदिर है यह भारत के स्वाभिमान,आत्मसम्मान और हमारी आध्यात्मिक विरासत का भी जयगान है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने राम मंदिर निर्माण का स्वागत करते हुए कहा ‘देशवासियों को इसकी बहुत दिनों से अपेक्षा और आकांक्षा थी। राम मंदिर का निर्माण हर भारतवासी की सहमति से हो रहा है, जो सिर्फ भारत में ही संभव है।’ इससे पहले प्रियंका गांधी ने भी गत मंगलवार को भूमि पूजन कार्यक्रम पर बयान जारी कर उम्मीद जताई थी कि राममंदिर का भूमिपूजन कार्यक्रम राष्ट्रीय एकता, बंधुत्व और सांस्कृतिक समागम का अवसर बनेगा।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा ‘आज यहाँ राम-मंदिर निर्माण की नींव रखी जा रही है, जिसका काफी कुछ श्रेय सुप्रीम कोर्ट को ही जाता है। इस मामले में बीएसपी का शुरू से ही यह कहना रहा है कि इस प्रकरण को लेकर सुप्रीम कोर्ट जो भी फैसला देगा, उसे हमारी पार्टी स्वीकार करेगी जिसे अब सभी को भी स्वीकार कर लेना चाहिये। बीएसपी की यही सलाह है।’ सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा ‘भगवान शिव के कल्याण, श्री राम के अभ्यत्व व श्रीकृष्ण के उन्मुक्त भाव से सभी परिपूर्ण रहें।आशा है वर्तमान व भविष्य की पीढियां भी मर्यादा पुरुषोत्तम के दिखाए मार्ग के अनुरूप सच्चे मन से सबकी भलाई व शांति के लिए मर्यादा का पालन करेंगी।’ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी की प्रतिक्रिया से साफ पता चलता है कि इस वक्त भी वह अपनी सियासी लाइन से तनिक भी इधर-उधर होने से बचना चाहती हैं। राम मंदिर और भगवान श्री राम का ज़िक्र किये बिना कहा ‘ हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई, आपस मे सब भाई भाई। मेरा भारत महान, महान मेरा हिंदुस्तान।’ बनर्जी ने अपने ट्वीट में आगे कहा’ हमारे देश ने हमेशा विविधता में एकता की सदियों पुरानी विरासत को बरकरार रखा है, और हमें अपनी आखिरी सांस तक इसे संरक्षित रखना चाहिए!’