अयोध्या। पांच अगस्त को श्रीराम जन्मभूमि पूजन को लेकर सोमवार से ही प्रशासनिक सतर्कता बढ़ गई है। अयोध्या की ओर जाने वाली गाड़ियों की जांच-पड़ताल शुरू हो गई है। बाराबंकी प्रशासन द्वारा गाड़ियों का रूट डायवर्जन भी किया जा रहा है। हालांकि, यह कार्य 04 अगस्त से होना था। अयोध्या में 05 अगस्त को राममन्दिर के लिए प्रस्तावित भूमिपूजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन को देखते हुए बाराबंकी प्रशासन सतर्क है। सोमवार की दोपहर से ही इसका ट्रायल शुरू हो गया है। कार्यक्रम के मद्देनजर पुलिस और प्रशासन ने विशेष सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है। पुलिस प्रशासन ने संवेदनशीलता को देखते हुए रूट डाइवर्जन और वाहनों की जांच शुरू की है।
बाराबंकी से होकर गुजरने वाले चार पहिया वाहनों की जांच और पूछताछ जारी है। रास्ते में वाहनों को रोक कर कागजातों की जांच तो हो ही रही है, उसमें बैठे लोगों के आने-जाने का कारणों को भी जानने का प्रयास हो रहा है। कोरोना वायरस की गंभीरता के मद्देनजर रखी जाने वाली सावधानियों के बावत जानकारियां भी साझा की जा रही हैं। अयोध्या से जुड़े आसपास के सभी जनपदों बस्ती, गोरखपुर, सिद्धार्थनगर, संत कबीरनगर, गोण्डा आदि जिलों में एलर्ट जारी किया गया है। अयोध्या का द्वार कहे जाने वाले बाराबंकी में भी पूरी एहतियात बरती जा रही है। हालांकि, 04 अगस्त से रूट डाइवर्जन की घोषणा हुई है, लेकिन सोमवार यानी 03 अगस्त से ही जनपद से होकर गुजरने वाले वाहनों की जाँच प्रारम्भ कर दी गयी है।
सोमवार को थाना सफदरगंज इलाके के सफदरगंज चौराहे से होकर अयोध्या की ओर जाने वाले चार पहिया वाहनों को रोक कर उनकी जाँच शुरू की गई। जाने के कारणों के सम्बन्ध में भी पुलिस पूछताछ कर रही है। रूट डाइवर्जन की जानकारी देते हुए बाराबंकी के पुलिस अधीक्षक डॉक्टर अरविन्द चतुर्वेदी ने बताया कि प्रधानमंत्री के आगमन को लेकर आज से ही सतर्कता बरती जा रही है। अयोध्या की तरफ जाने वाले वाहनों के लिए रास्ता बदला जा रहा है। उन्हें दूसरे मार्ग से भेजने का क्रम जारी है। जिन्हें इसी रास्ते से जाना है, उनके लिए वाहन पार्किंग की व्यवस्था की गई है। ट्रैफिक सामान्य होने पर उन्हें जाने दिया जाएगा। इस दौरान उनके नाश्ते पानी की व्यवस्था रहेगी जिसका मूल्य देकर वह नाश्ता इत्यादि ले सकते है।