मुख्यमंत्री ने जताया गहरा शोक, पीड़ित परिवार को 04 लाख की आर्थिक सहायता का निर्देश
शाहजहांपुर : उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जनपद में शुक्रवार तड़के दर्दनाक हादसा हो गया। आंगन में सो रहे एक ही परिवार के सात लोगों पर दीवार गिर गई। हादसे मां-बेटी समेत पांच लोगों की मौत हो गई जबकि दो बच्चे घायल हो गए। मुख्यमंत्री ने दुर्घटना पर गहरा दुख जताते हुए पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद देने की घोषणा की है। चौक कोतवाली थाना क्षेत्र के मोहल्ला बाजिद खेल निवासी अल्ताफ ने बताया कि उनकी बेटी शबनम (45), अपनी शादी शुदा बेटी रूबी (20), बड़े बेटे साहिल (14), राहिल (12), शहबाज (8), शोएब (6) व बेटी चांदनी (3) के साथ आंगन में सो रही थी। शुक्रवार तड़के पड़ोस में बने उनके सगे भाई अशफाक के दो मंजिला मकान की दीवार का कुछ हिस्सा आंगन में सो रही बेटी व नाती-नातिनों पर गिर गया। हादसे में शबनम, रूबी, शहबाज, शोएब व चांदनी की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि साहिल व राहिल घायल हो गए। घटना से मोहल्ले में हड़कम्प मच गया। स्थानीय लोगों की मदद से घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। सूचना पर जिला अधिकारी इंद्र विक्रम सिंह, पुलिस अधीक्षक एस आंनद, एसडीएम सदर सुरेंद्र सिंह घटना स्थल पर पहुंचे। अधिकारियों ने मौका मुआयना किया और पीड़ित परिवार की हर सम्भव मदद का आश्वासन दिया। वहीं सपा जिला अध्यक्ष तनवीर भी मौक पर पहुंचे और शोक संतप्त परिवार को ढांढस बंधाया। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
घायल साहिल ने बताया कि उसके पिता असीम की मौत करीब डेढ़ साल पहले हो गई थी। उसकी मां शबनम और वो सभी लोग नाना अल्ताफ के साथ रह रहे थे। मां लोगों मजदूरी कर जैसे-तैसे परिवार का पालन पोषण रही थी। साहिल ने बताया कि सभी लोग आंगन में सो रहे थे की अचानक बंदरो ने पड़ोस के मकान की दीवार को हिला दिया। जिस कारण दीवार कुछ हिस्सा नीचे सो रहे सभी लोगों आ गिरा। जिसके उसकी मां व भाई बहनों की मृत्यु हो गई। मां व अन्य भाई-बहनों की मौत से साहिल का रो-रो कर बुरा हाल है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दीवार गिरने की दुर्घटना में एक परिवार के पांच सदस्यों की मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवार को मुख्यमंत्री पीड़ित सहायता कोष से चार लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान करने हादसे में घायल बच्चे का समुचित उपचार कराने के निर्देश दिए हैं।