लखनऊ: फिजिकल एजुकेशन फाउंडेशन ऑफ़ इंडिया (पेफी) के द्वारा डीपीएस पब्लिक स्कूल, साकेत दिल्ली और जीडी गोयनका पब्लिक स्कूल, गाजियाबाद के सहयोग से आयोजित सात दिवसीय वर्चुअल फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का समापन गुरुवार को हुआ। इस अवसर पर भारतीय ओलंपिक संघ के कोषाध्यक्ष डॉ. आनन्देश्वर पाण्डेय ने कहा कि देश को खेलों में महाशक्ति बनाना है तो हमको देश में खेल संस्कृति का विकास करना होगा जो सिर्फ शारीरिक शिक्षा से ही संभव है। आज देश में हर जगह खेल प्रशिक्षक भलें ही ना हो, लेकिन शारीरिक शिक्षक हर जगह उपलब्ध है, यदि इन्हें सही ट्रेनिंग दी जाए तो देश में एक खेल संस्कृति का विकास किया जा सकता है। आज देश की 136 करोड़ की आवादी में बमुश्किल 1 करोड़ लोग ही खेलों में भाग लेते है, जिसके कारण हमारा देश खेलों में उच्च स्तर पर अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाता है। वही कई छोटे छोटे देश जिनकी आबादी हमारी राजधानी से भी कम है। वहा 90 प्रतिशत तक लोग खेलों में हिस्सा लेते है क्यूंकि उनके यहाँ खेल संस्कृति का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि पेफी के द्वारा इस लॉकडाउन में शारीरिक शिक्षकों और खेल प्रशिक्षकों के लिए चलाये जा रहे इस तरह के प्रोग्राम सराहनीय है कि जिससे शिक्षक अपने ज्ञान में वृद्दि करके देश में खेलों के विकास में अपनी बड़ी भूमिका अदा करेंगे।
कोचेज को पेरेंट्स के साथ अच्छे सम्बन्ध बनाना जरूरी : डॉ. अजय कुमार बंसल
अतिम सत्र में विषय विशेषज्ञ द्रोणाचार्य अवार्डी और स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया के निदेशक डॉ. अजय बंसल ने कहा कि अब वक़्त बदल गया है, समाज में खेलों के प्रति जागरूकता बड़ी है। माता पिता बच्चो के खेलों में कैरियर पर ध्यान देने लगे है, ऐसे समय में पेरेंट्स और कोच का पॉजिटिव रिलेशन बहुत जरूरी है। शारीरिक शिक्षक और कोच के द्वारा समय समय पर पेरेंट्स के सवालों के जवाब और सहयोग से खिलाड़ी की प्रतिभा में निखार लाया जा सकता है। आज के समय में पेरेंट्स और प्रशिक्षक के बीच में अच्छा सामंजस्य खिलाड़ी को आगे बदने में मददगार साबित होता है। इस अवसर पर पेफी के राष्ट्रीय सह सचिव डॉ. चेतन कुमार ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि ऐसे समय में जब सभी स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटीज बंद है और एक नकारात्मकता का वातावरण चारो और है। पेफी के द्वारा पिछले सात दिनों से यह कार्यक्रम चलाया जा रहा है जिसमे अलग अलग विषय पर देश विदेशों के प्रशिक्षकों के द्वारा लेक्चर दिए गए। कार्यक्रम का संचालन डॉ. अमृता पांडे ने किया। विवेक चौधरी, मोहित कुमार, नंदिनी रावत, अंतिका प्रकाश राय, नरेश तोमर के सहयोग से इस कार्यक्रम में पूरे देश से 1000 से अधिक शारीरिक शिक्षकों और प्रशिक्षकों ने भाग लिया। बताते चले कि पेफी के द्वारा इस लॉक डाउन के समय लगातार इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन हो रहा है।