क्लोरीन गैस लीक होने से 100 मीटर के दायरे में लोगों को हुई परेशानी
वाराणसी : प्रदेश के स्टांप एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविंद्र जायसवाल ने मंगलवार को भेलूपुर स्थित जलसंस्थान में पहुंच कर गैस रिसाव के स्थिति का जायजा लिया। राज्यमंत्री ने जलसंस्थान के महाप्रबंधक के साथ मौका मुआयना के बाद पीड़ितों का हाल जाना, साथ ही उनके इलाज की जिम्मेदारी जल संस्थान को उठाने का निर्देश भी दिया। इस दौरान महाप्रबंधक ने बताया कि क्लोरीन की कुछ खाली टंकी विगत 10 वर्षों से कबाड़ में पड़ी हुई थी, संभवत किसी टंकी में गैस रह गया था, जिससे रिसाव शुरू हो गया था। जानकारी होने पर परिसर में स्थित कर्मचारी और अधिकारी मौके पर पहुंचे पानी डालकर गैस का रिसाव बंद किया। राज्यमंत्री से बातचीत में महाप्रबंधक ने स्वीकार किया कि जल संस्थान के आसपास के कुछ मकानों के लोग निश्चित रूप से प्रभावित हुए हैं, जिनका इलाज अस्पताल में चल रहा है। राज्यमंत्री ने निर्देश दिया कि परिसर की सुरक्षा बढ़ाई जाए और मशीन व अन्य उपकरणों के रखरखाव पर ध्यान दिया जाए। उन्होंने इस बात की भी हिदायत दी कि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न होने पाए। साथ ही कल की घटना की जांच कराकर दोषी पाए जाने वालों पर कार्यवाही करने को भी कहा।
बताते चले ,भेलूपुर स्थित जल संस्थान परिसर में देर शाम क्लोरीन गैस लीक होने से अफरातफरी मच गई। गैस के प्रभाव से करीब तीन सौ मीटर दायरे में रहने वाले लोगों को सांस लेने में दिक्कत और आंखों में जलन महसूस हुई । इसके चलते जलकल के एक जेई और चार स्थानीय लोगों को सांस लेने में तकलीफ और गश्ती आने पर उन्हें एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाया गया। सूचना पर फायर ब्रिगेड कर्मियों ने मौके पर पहुंच कर सोडा मिलाकर पानी का छिड़काव किया, तब कहीं गैस का प्रभाव कम हुआ। लगभग दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद हालात सामान्य हुआ। देर शाम नगर आयुक्त गौरांग राठी ने मीडिया कर्मियों को बताया कि जल संस्थान के स्क्रैप में रखा क्लोरीन का सिलेंडर लीक हो गया था। इसमें 2 से 3 किलो गैस थी। यह गैस लगभग 100 मीटर के दायरे में फैल गई। तत्काल मौके पर पहुंचकर जलकल विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों ने जेटिंग मशीनों व फायर ब्रिगेड की गाड़ियों से गैस को न्यूट्रलाइज करा दिया। इस घटना में कोई दुर्घटना, घायल या बेहोश नहीं हुआ है।