लखनऊ। लोक कल्याण मित्रों की नियुक्ति किए जाने पर समाजवादी पार्टी ने भाजपा सरकार को घेरा है। पार्टी अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश ने कहा है कि इसके जरिये राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के कार्यकर्ताओं को सरकारी धन से पोषित और संरक्षित करने का खेल किया जाएगा।
यह उसी साजिश का हिस्सा है जो प्रशासनिक क्षेत्र में भी संघ स्वयंसेवको की भर्ती करती है। अखिलेश ने कहा कि एक सुनियोजित योजना के तहत राज्य सरकार लोक कल्याण मित्र के पदों पर नियुक्ति करने जा रही है। ऐसे लोगों का काम भाजपा सरकार की कथित उपलब्धियों को जनता तक पहुंचाना होगा, पर वस्तुत: ये भाजपा-संघ की चुनावी मशीनरी के अंग होंगे।
राजकोष का निर्लज्ज दुरुपयोग
अखिलेश ने कहा कि एक लोक कल्याण मित्र को ब्लाक स्तर पर लगभग तीस हजार रुपये और राज्य स्तर पर लगभग चालीस हजार रुपये मिलेंगे। राजकोष का यह निर्लज्ज दुरुपयोग है और लोकतांत्रिक व्यवस्था का उपहास है। संघ-भाजपा की यह फौज सरकारी खर्च पर तैयार की जा रही है। उन्होंने कहा कि सच तो यह है कि भाजपा सरकार जनता में पूरी तरह अलोकप्रिय हो चुकी है। मुख्यमंत्री की प्रशासनिक अक्षमता के कई नमूने लोग देख चुके हैं। जनता को उन्हें यह जवाब देना ही होगा कि अपने कार्यकाल में उनका कौन काम गिनाने लायक है।