लखनऊ। सिटी मोन्टेसरी स्कूल में नये शैक्षणिक सत्र का आगाज होने के साथ ही नियमित तौर पर टाइमटेबल के अनुसार छात्रों की ऑनलाइन पढ़ाई पूरी तरह से प्रारम्भ हो गई। ऑनलाइन पढ़ाई को लेकर छात्रों व अभिभावकों में बेहद उत्साह है और आलम यह कि विद्यालय के सभी कैम्पसों के 56,000 छात्र शत-प्रतिशत प्रतिशत उपस्थित दर्ज करा रहे हैं। अभिभावकों द्वारा भी सी.एम.एस. की ई-लर्निंग को खूब पसन्द किया जा रहा है। इस नये शैक्षणिक सत्र में टाइम-टेबल के अनुसार ऑनलाइन कक्षाओं का संचालन किया जा रहा है, जिससे सभी छात्रों को विभिन्न विषयों की ऑनलाइन कक्षाओं के समय, अवधि व पाठ्यक्रम की पहले से ही जानकारी हो और वे महत्वपूर्ण विषयों को सीखने व समझने से न चूकें, साथ ही अपने असाइनमेन्ट को समय पर पूरा कर सकें। छात्रों व अभिभावकों की सुविधा हेतु ऑनलाइन कक्षाओं की विस्तृत जानकारी, किताबों की सूची, सिलेबस एवं टाइमटेबल आदि की सभी जानकारियाँ सी.एम.एस. की वेबसाइट www.cmseducation.org पर उपलब्ध हैं।
सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी हरि ओम शर्मा ने बताया कि सी.एम.एस. के सभी कैम्पस की प्रधानाचार्यांए प्रतिदिन वीडियो कान्फ्रेसिंग केे माध्यम से शिक्षण प्रक्रिया को छात्रों के लिए रूचिपूर्ण बनाने, लेसन प्लान तैयार करने एवं छात्रों को ई-लर्निंग हेतु प्रेरित करने के तौर-तरीकों पर विचार-विमर्श कर प्रबन्धन कर रही हैं। इसके साथ ही, वे विषय विशेष में कमजोर छात्रों पर विशेष ध्यान दे रही हैं, और प्रतिदिन के आधार पर छात्रों की प्रगति की समीक्षा कर रही हैं। श्री शर्मा ने बताया कि बीते मार्च, अप्रैल व मई माह में भी सी.एम.एस. की ऑनलाइन कक्षाएं बड़े ही सफलतापूर्वक सम्पन्न हुई हैं। सी.एम.एस. में छात्रों को ऑनलाइन शिक्षा प्रदान करना अन्य विद्यालयों की तुलना में काफी सुगम है क्योंकि ऑनलाइन शिक्षा के लिए सी.एम.एस. में पहले से ही सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हैं। सी.एम.एस. प्रेसीडेन्ट प्रो. गीता गाँधी किंगडन और डायरेक्टर ऑफ स्ट्रेटेजी श्री रोशन गाँधी के प्रयासों से सी.एम.एस. में ई-लर्निंग विभाग की स्थापना पहले ही हो चुकी थी। इस ई-लर्निंग विभाग में 33 आईटी एक्सपर्ट कार्यरत हैं। ये आईटी विशेषज्ञ सिटी मोन्टेसरी स्कूल के सभी 18 कैम्पस के सभी शिक्षकों को आधुनिक ऑनलाइन तकनीकों के उपयोग हेतु लगातार प्रशिक्षण प्रदान करते हैं। श्री शर्मा ने कहा कि वर्तमान समय की चुनौतियों को देखते हुए ऑनलाइन शिक्षा ही सर्वश्रेष्ठ विकल्प है।