भोपाल : मध्य प्रदेश में शिवराज कैबिनेट का विस्तार एक बार फिर टल गया है। अब यह एक जुलाई को संभवत: हो सकता है। दिल्ली में आला नेताओं से कैबिनेट के नामों पर रजामंदी के बाद सीएम शिवराज समेत प्रदेश के सभी बड़े नेता मंगलवार दोपहर तक भोपाल पहुंचेंगे। बता दें कि कैबिनेट में शामिल होने वाले नामों को लेकर दिल्ली से मुहर लग गई है। सोमवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने प्रधानंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह और ज्योतिरादित्य सिंधिया से मुलाकात की। देर शाम नरोत्तम मिश्रा भी दिल्ली पहुंचे और बैठकों में शामिल हुए। माना जा रहा है कि मंत्रिमंडल में कुछ वरिष्ठ विधायकों के नाम नहीं होने से उलझन अब तक बरकरार है।
सूत्रों के मुताबिक पार्टी संगठन ने नए चेहरों को शामिल करने पर जोर दिया है। इस संभावना पर भी विचार हुआ है कि फिर दस से बारह लोगों का छोटा मंत्रिमंडल विस्तार किया जाए। बाकी पद दूसरे मंत्रिमंडल विस्तार से भरे जाएं। मंत्रिमंडल विस्तार के बाद भाजपा में असंतोष के स्वर फूटने की भी संभावना है। मंत्री पद की दौड़ में शामिल कई वरिष्ठ विधायकों की पेशबंदी तेज हो गई है और मौका न मिलने पर उनकी नाराजगी बढ़ सकती है। दूसरी तरफ उपचुनाव में टिकट के दावेदारों के भी विरोधी सुर सुनाई पडऩे लगे हैं। ऐसे में सरकार के स्थायित्व को लेकर जूझ रही भाजपा को अपनों की नाराजगी भारी पड़ सकती है। पूर्व विधायक भंवर सिंह शेखावत, पूर्व मंत्री दीपक जोशी, मुदित शेजवार पहले ही माहौल गर्मा चुके हैं।