यूपी बोर्ड रिजल्ट: 10वीं में 83 और 12वीं में करीब 75 फीसदी छात्र उत्तीर्ण
99 साल के इतिहास में दूसरी बार लखनऊ से घोषित हुए परीक्षा परिणाम
लखनऊ। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) द्वारा संचालित हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के परीक्षा परिणाम शनिवार को घोषित हो गये। इस बार हाईस्कूल के 83.31 और इंटर के 74.63 प्रतिशत परक्षार्थी उत्तीर्ण हुए हैं। दोनों परीक्षाओं में श्रीराम एसएम इंटर कालेज बड़ौत, बागपत के छात्रों ने प्रथम स्थान प्राप्त किया है। माध्यमिक शिक्षा उप्र के निदेशक विनय कुमार पाण्डेय ने राजधानी स्थित लोक भवन में परीक्षा परिणाम घोषित किया। इस अवसर पर उपस्थित प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डा0 दिनेश शर्मा ने बताया कि वर्ष 2020 की हाईस्कूल और इंटर की परीक्षाओं में कुल 52 लाख 57 हजार 135 परीक्षार्थी सम्मिलित हुए थे। इनमें 27 लाख 72 हजार 656 परीक्षार्थी हाईस्कूल के और 24 लाख 84 हजार 479 परीक्षार्थी इंटरमीडिएट के थे। उन्होंने बताया कि हाईस्कूल के कुल 23 लाख 09 हजार 802 और इंटर के कुल 18 लाख 54 हजार 099 परीक्षार्थी उत्तीर्ण घोषित किये गये हैं।
डा0 दिनेश शर्मा ने बताया कि पहले की भांति इस बार की परीक्षाओं में भी लड़कों की अपेक्षा लड़कियों का परिणाम अच्छा रहा। उन्होंने बताया कि हाईस्कूल में सात और इंटरमीडिएट में 13 प्रतिशत अधिक लड़कियां उत्तीर्ण हुई हैं। हाईस्कूल में कुल 27 लाख 72 हजार 665 ने परीक्षा दी थी। इनमें 23 लाख 09 हजार 802 छात्र उत्तीर्ण हुए हैं, जिनमें लड़कों की संख्या 11,90,888 और लड़कियों की संख्या 11,18,914 है। इस तरह बालकों का उत्तीर्ण प्रतिशत 79.88 और बालिकाओं का 87.29 फीसदी रहा। यानि हाईस्कूल में बालकों की अपेक्षा बालिकाओं का उत्तीर्ण प्रतिशत 7.41 अधिक है। इसी तरह इंटरमीडिएट में कुल 24 लाख 84 हजार 479 छात्र-छात्राओं ने परीक्षा दी थी। इसमें 18 लाख 54 हजार 099 यानि 74.63 प्रतिशत परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए। इनमें छात्रों की संख्या 9,59,223 और छात्राओं की संख्या 8,94,876 है। बालकों का उत्तीर्ण प्रतिशत 68.88 और बालिकाओं का 81.96 है। इस तरह इंटर में बालकों की अपेक्षा बालिकाओं का उत्तीर्ण प्रतिशत 13.08 अधिक है।
इस बार हाईस्कूल और इंटर दोनों परीक्षाओं में श्रीराम एसएम इंटर कालेज बड़ौत, बागपत के परीक्षार्थियों ने प्रथम स्थान प्राप्त किया है। उप मुख्यमंत्री डा0 शर्मा ने बताया कि श्रीराम एसएम इंटर कालेज बड़ौत, बागपत के अनुराग मलिक ने 97 फीसदी अंक प्राप्त कर इंटर में टाॅप किया। दूसरे स्थान पर प्रयागराज के प्रांजल सिंह हैं। उन्होंने 96 प्रतिशत अंक प्राप्त किया है। वहीं, 94.80 फीसदी अंकों के साथ औरैया के उत्कर्ष शुक्ला ने तीसरा स्थान प्राप्त किया है। उन्होंने बताया कि श्रीराम एसएम इंटर कालेज बड़ौत, बागपत की ही रिया जैन ने 96.67 प्रतिशत अंक प्राप्त कर हाईस्कूल की परीक्षा टाॅप किया है। दसवीं की परीक्षा में दूसरा स्थान साई इंटर कॉलेज बाराबंकी के अभिमन्यु वर्मा को मिला है। उन्होंने 95.83 फीसदी अंक प्राप्त किया है। तीसरे स्थान पर दो छात्र योगेश प्रताप सिंह और राजेंद्र प्रताप सिंह हैं। इन दोनों को 95.33 प्रतिशत अंक मिले हैं। इनमें योगेश प्रताप सिंह सदभावना इंटर कॉलेज बाराबंकी के छात्र हैं।
उप मुख्यमंत्री डा0 शर्मा ने बताया कि प्रथम बार हाईस्कूल और इंटर के अंक पत्र डिजिटल जारी किये जा रहे हैं। ये डिजिटल अंक पत्र तीन दिन में छात्र-छात्राओं को उपलब्ध हो जाएंगे। उन्होंने बताया कि ये अंक पत्र अगली कक्षाओं में प्रवेश के लिए अनुमन्य होंगे। उप मुख्यमंत्री के अनुसार हाईस्कूल के अंक पत्रों का साफ्ट काॅपी 15 जुलाई से और इंटर की 30 जुलाई से उपलब्ध कराई जाएगी। डा0 शर्मा ने बताया कि कोरोना के संक्रमण काल में भी यूपी बोर्ड के परीक्षा परिणाम इतनी जल्दी घोषित होना एक बड़ी उपलब्धि है। दरअसल इस बार परीक्षाएं अपने निर्धारित समय से प्रारम्भ होकर खत्म हुई थीं। लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते कापियों के मूल्यांकन में काफी देरी हुई। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार रिकॉर्ड समय में परीक्षा सम्पन्न कराई गई। पहले ये परीक्षाएं डेढ़ महीने चलती थीं, लेकिन इस साल हाईस्कूल की परीक्षा 12 दिन तथा इंटरमीडिएट को परीक्षा को 15 दिन में पूरा कराया गया। डा0 शर्मा ने बताया कि नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए सरकार ने हाईटेक व्यवस्था की थी। परीक्षा परिणाम घोषित करते वक्त अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा अराधना शुक्ला भी उपस्थित रहीं।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद के 99 साल के इतिहास में दूसरी बार लखनऊ से हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के परीक्षा परिणाम घोषित किये गये। इससे पहले वर्ष 2007 में हाईस्कूल परीक्षा के परिणाम लखनऊ से जारी किये गये थे। उस समय प्रदेश में बसपा की सरकार थी। इस साल दूसरी बार वर्षों पुरानी परंपरा को तोड़ते हुए प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डा0 दिनेश शर्मा ने हाईस्कूल और इंटर दोनों परीक्षाओं के परिणामों की घोषणा लखनऊ से की। दरअसल, यूपी बोर्ड प्रदेश में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाओं का संचालन किया जाता है। वर्ष 1921 में स्थापित यूपी बोर्ड एशिया का सबसे बड़ा शिक्षा बोर्ड माना जाता है। यह बोर्ड सदैव प्रयागराज से ही अपनी दोनों परीक्षाओं के परिणाम घोषित करता रहा है। वर्ष 2007 में बसपा शासनकाल के दौरान जब यह परंपरा तोड़ी गई थी, उस समय भी लखनऊ से केवल हाईस्कूल के परिणाम घोषित हुए थे। इंटरमीडिएट का रिजल्ट प्रयागराज से ही जारी हुआ था। उस समय संजय मोहन उप्र माध्यमिक शिक्षा के निदेशक और यूपी बोर्ड के सभापति थे एवं बोर्ड के सचिव पद पर बासुदेव यादव थे।