गोष्ठी में बोले राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त गन्ना विकास संस्थान के उपाध्यक्ष
देवरिया : गन्ना विकास से ही किसानों का सर्वांगीण विकास होगा। किसान अधिक क्षेत्रफल में गन्ने की बुआई करें। लाल बहादुर शास्त्री गन्ना विकास संस्थान के उपाध्यक्ष एवं राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त नीरज शाही ने गन्ने की वैज्ञानिक खेती के प्रति किसानों का जागरुक करने, गन्ना विकास योजनाओं, गन्ना फसल सर्वेक्षण,गन्ना फसल सुरक्षा, पेडी प्रबंध आदि के विषयों पर आयोजित गन्ना विकास गोष्ठी में यह विचार व्यक्त किये। गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि शासन द्वारा अनुमोदित गन्ना पौधशाला से बीज गन्ना वितरण पर पचास रूपये कुन्तल अनुदान दिया जा रहा है। कीटनाशक भी दिया जा रहा है। किसान किसी भी गांव में गन्ना किसान संस्थान द्वारा गन्ना विकास गोष्ठी का आयोजन करा सकते हैं। मेरी सभी किसानों से अपील है कि अपने बोये गये गन्ना क्षेत्र का सर्वेक्षण करा लें जिससे बाद में कोई भी शिकायत न रहे।
गोष्ठी में गन्ना विकास संस्थान के सहायक निदेशक ओम प्रकाश गुप्ता ने बताया कि खरपतवार गन्ने की फसल चालीस प्रतिशत तक कम कर देता है। गन्ने के साथ आलू, प्याज, लहसुन, गोभी, टमाटर, गेहूं का फोटोग्राफ दिखाकर भी किसानों को समझाया। सचिव गन्ना समिति एपीमिश्रा ने बताया कि लगभग14 करोड रूपया प्रतापपुर चीनी मिल पर बकाया है। कोरोना संक्रमण के कारण चीनी नहीं बिकी इसीलिए भुगतान में देरी हुई। गोष्ठी में किसान रामचन्द्र सिंह, अमला सिंह, प्रदीप सिंह,प्रभुनाथ सिंह, राजेश सिंह, पवन जैसवाल,फागू चौहान, कृष्ण मोहन पाठक, घनश्याम मणि, विनोद, विपिन समेत बडी संख्या में किसान उपस्थित थे।