अमेठी : आजकल अमेठी बदल रही है, अब भारतीय सेना के जवान की जमीन पर दबंगों ने कब्जा कर लिया है और फौजी का परिवार दर-दर की ठोकर खा रहा है। यह वाकया शुक्रवार को अमेठी में तब देखने को मिला जब फौजी परिवार अपने पत्नी बच्चें के साथ धरने पर बैठ गया और देखते ही देखते इलाके में सनसनी फैल गयी। पहली घटना संग्रामपुर थाना क्षेत्र के गांव पूरे केवलापुर मजरे कनु के भारतीय सेना के जवान बृजेश कुमार दूबे पुत्र ओम प्रकाश दूबे के बैनामा की जमीन पर दलित सुरेन्द्र, मथुरा, रामबहादुर, रामसजीवन, तुलसीराम आदि लोग जबरन कब्जा कर लिये है और जान से मारने की धमकी दे रहे है। मेरे पत्नी और बच्चें की जान की खतरा है। सेना का जवान जिलाधिकारी, और पुलिस अधीक्षक को कई शिकायत पत्र दे चुका है। लेकिन कार्यवाही नहीं हो रही जिसे लेकर आज फौजी अपने परिवार के साथ तहसील परिसर में अपनी परिवार की सुरक्षा को लेकर गुहार लगा रहा है। उल्लेखनीय है कि पत्नी और बच्चे के साथ धरने पर बैठा जवान बृजेश कुमार दूबे जम्मू राष्ट्रीय राइफल डोगरा रेजीमेंट पुंछ में तैनात है।
दूसरी घटना थाना कोतवाली अमेठी के पूरे होलमन तिवारी का पुरवा मजरे भीमी सीआरपीएफ के सिपाही सुरेन्द्र कुमार तिवारी पुत्र सियाराम तिवारी की आबादी की जमीन पर पट्टीदारों ने मारपीट कर जबरन कब्जा करने का खेल चल रहा है। पिछले 14 जून 2020 रविवार को सीआरपीएफ के सिपाही सुरेन्द्र कुमार तिवारी तथा उनके पुत्र शैलेंद्र कुमार तिवारी, लाल बहादुर तिवारी, कुलदीप तिवारी, कोमल तिवारी, आशा तिवारी को गांव के राम कुबेेर मायाराम दुर्गेश कुमार, कुलदीप, अंकित, सौरभ, गौरव आदि सरहंगों ने पीट-पीटकर लहूलुहान कर दिया। गंभीर रुप से घायल सिपाही सुरेन्द्र कुमार तिवारी को प्राथमिक उपचार के बाद सीएचसी से जिला अस्पताल सुलतानपुर रिफर कर दिया गया। पूरा फौजी परिवार भयभीत है। जानमाल की रक्षा के लिए लोग परेशान है। पुलिस और प्रशासन फौजी परिवारों की सुरक्षा को लेकर उदासीन है। अभी तक थाना संग्रामपुर और थाना कोतवाली अमेठी प्रभावी कार्यवाही सरहंगों के खिलाफ प्रशासन नही कर सका।
उपजिलाधिकारी अमेठी योगेंद्र सिंह ने मामलें को संज्ञान में लिया और राजस्व ग्राम कनु में जमीनी विवाद की समस्या को निस्तारण के लिए राजस्व विभाग की टीम गांव भेजी। वहीं भीमी में अभी फौजी परिवार को सुरक्षा देने के लिए पुलिस टीम नही पहुंची। घायल परिवार ने तीन बार 112 नम्बर पुलिस को डायल किया और लोगों को समझा बुझाकर वापस चली गयी। घटना का मुकदमा पुलिस ने दर्ज किया लेकिन अभी तक सरहंगों के उपर हाथ नही डाला। गौरतलब है कि अमेठी में भारतीय सेना और केंद्रीय रिजर्व पुलिस के जवान का परिवार अब सुरक्षित नही रहा सरहंग इनकी जमीन पर दिन-दहाडे़ कब्जा का अभियान चला रहे। इस कारनामें से केंद्र और प्रदेश सरकार की इलाकें में खूब थू-थू हो रही है। लोग तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे है।