नई दिल्ली : सीमा पर तनानती के बीच लद्दाख के गलवान घाटी में भारत और चीन के जवानों के बीच रविवार की रात हुई हिंसक झड़प में भारतीय सेना के कम से कम 20 जवानों के शहीद होने की खबर आ रही है। इस बीच भारत की तरफ से की गई जवाबी कार्रवाई में चीन की सेना को काफी नुकसान पहुंचा है। समाचार एजेंसी एएनआई ने खबर की पुष्टि करते हुए कहा है कि भारतीय की तरफ से इंटरसेप्ट से यह पता चला है कि चीन के करीब 43 जवानों को नुकसान हुआ है। इनमें से कई लोगों की मौत हुई है। दोनों देशों के बीच गतिरोध और रविवार को हुई हिंसा के बाद से लगातार उच्च स्तरीय बैठक चल रही है। पीएम मोदी और केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बीच बैठक चल रही है। केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने एक दिन में दो बार उच्च स्तरीय बैठक की। इस दौरान उनके साथ सीडीएस और तीनों सेनाओं के प्रमुख मौजूद थे। चीन की सीमा पर लगभग 45 साल बाद, भारतीय सशस्त्र बलों के कर्मियों की इस तरह शहादत की पहली घटना है। एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि गलवान घाटी में भारतीय जवानों के साथ हिंसक झड़प के बाद घायल सैनिकों को एयर लिफ्ट कराने के लिए चीनी हेलीकॉप्टरों की गतिविधियों एलएसी पर देखी गई।
चीन ने भारत पर लगाया सीमा लांघने का आरोप
चीन ने इस घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए आरोप लगाया कि भारतीय सैनिकों ने 15 जून को दो बार अवैध गतिविधियों के लिए सीमा रेखा लांघी और चीन के कर्मियों को उकसाया और उन पर हमले किए जिसके कारण दोनों पक्षों के बीच गंभीर मारपीट हुई। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिनजियान ने कहा कहा, ‘हमारे सैनिकों की उच्चस्तरीय बैठक हुई थी और सीमा पर स्थिति को सामान्य बनाने के बारे में महत्वपूर्ण सहमति बनी थी, लेकिन आश्चर्यजनक रूप से 15 जून को भारतीय सैनिकों ने हमारी सहमति का गंभीर रूप से उल्लंघन किया और अवैध गतिविधियों के लिए दो बार सीमा रेखा लांघी और चीन के कर्मियों को उकसाया एवं उन पर हमले किए जिससे दोनों पक्षों के बीच गंभीर रूप से मारपीट हुई। चीन ने भारतीय पक्ष से कड़ा विरोध दर्ज कराया है।