हैदराबाद (तेलंगाना) : राज्य में कोरोना का प्रकोप चरम पर है। कोरोना की जंग लड़ने वाले फ्रंट लाइन के पुलिस और चिकित्सा कर्मी अपनी जान दांव पर लगाकर अपना फर्ज निभा रहे हैं। तमाम सुरक्षा के उपाय अपनाने के बाद भी कोरोना वॉरियर्स भी कोरोना संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं। सोमवार एक अस्पताल के ही 32 स्वास्थ्यकर्मी कोरोना संक्रमित पाये गये हैं। इन सभी को एकांतवास केन्द्र भेज दिया गया है। चिकित्सकों और अन्य स्वास्थ्यकर्मियों की लगातार जांच की जा रही है। कोरोना से बचाव के लिए उन्हें पीपीई किट सहित अन्य जरूरी सामान भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं और उनका परीक्षण भी किया जा रहा है। इसी क्रम में सोमवार को शहर के पेटलाबुर्ज मैटरनिटी अस्पताल में 32 मेडिकल कर्मी कोरोना संक्रमित पाए गए। इनमें 18 डॉक्टर और 14 कर्मचारी हैं। इन सभी 32 स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों को एकांतवास भेजने के साथ ही उनके संपर्क में आने वाले लोगों चिहिन्त करने में स्वास्थ्य विभाग जुटा है।
इसी बीच तेलंगाना सरकार ने कोरोना टेस्ट के करने के लिए निजी लैबों को भी अनुमति देने के बाद आज दिशा निर्देश भी जारी कर दिये हैं। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ई राजेंद्र ने सोमवार को पत्रकारों को बताया कि रविवार को मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद स्वास्थ्य विभाग ने निजी लैबों में जांच कराने और कीमत तय करने के दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं। उन्होंने बताया कि निजी अस्पतालों में कोरोना टेस्ट के लिए 2,200 रुपये तय किए गए हैं। इसके अलावा निजी अस्पतालों में चिकित्सा के लिए 7,000 प्रतिदिन, वेंटिलेटर और अन्य सामग्री के साथ 9000 रुपये प्रतिदिन और सामान्य चिकित्सा के लिए 4500 रुपये प्रतिदिन तय किया गया है।