कानपुर : आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर सोमवार को दिल्ली से बिहार जा रही श्रमिकों से भरी बस डिवाइडर पर चढ़ने से पलट गई। इस हादसो में डेढ़ दर्जन श्रमिकों के साथ महिलाएं व बच्चे घायल हो गए। सूचना पर पहुंची यूपीडा कर्मियों व पुलिस ने बस में फंसे घायलों को बाहर निकाला और उन्हें अस्पताल पहुंचाया और क्षतिग्रस्त बस को एक्सप्रेस-वे से क्रेन के जरिए हटवाते हुए यातायात सुचारु कराया। हादसा का कारण बस चालक के नशे में होने को बताया जा रहा है, जिसकी पुलिस जांच कर रही है।
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर देर रात आनंद बिहार दिल्ली से बिहार के मुजफ्फरपुर 36 श्रमिकों को लेकर एक वातानुकूलित निजी बस जा रही थी। जैसे ही बस कानपुर-कन्नौज जनपदों की सीमा से होकर गुजर रहे एक्सप्रेस-वे से निकल रही थी कि तभी अचानक 216 किमी. प्वाइंट के पास अचानक तेज रफ्तार बस डिवाइडर पर चढ़ गई। डिवाइडर से टकराते ही तेज आवाज हुई और बस में सो रहे बच्चों, महिलाओं के साथ श्रमिकों में चीख पुकार मच गई। पल भर में ही बस एक्सप्रेस—वे पर रगड़ती हुई दरवाजे की साइट से पलट गई। एक्सप्रेस-वे पर हुए बस पलटने की हादसे की सूचना मिलते ही बिल्हौर थाना पुलिस व यूपीडा के कर्मी मौके पर पहुंचे। उन्होंने दुर्घटनाग्रस्त बस में फंसे श्रमिकों को चार्ज की रोशनी में रेस्क्यू कर कड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाला और एम्बुलेंस के जरिए पास के अस्पताल इलाज के लिए पहुंचाया।
घायल श्रमिकों के मुताबिक चालक ने शराब की बोतलें दिल्ली में ठेके से खरीदने के बाद अपने पास झोले में रख ली थीं। चालक ने रास्ते में कहीं पर शराब पी ली और वह बस नशे की हालत में चला रहा था। इस दौरान बस में सवार लोगों के मुताबिक, आगरा से आगे बढ़ने पर बस बहकने लगी थी और कानपुर-कन्नौज के पास आने पर चालक की लापरवाही के चलते डिवाइडर से टकराने के बाद बस पलट गई। पुलिस उपाधीक्षक बिल्हौर देवेन्द्र मिश्रा ने बताया कि रात करीब एक बजे आगरा एक्सप्रेस-वे के 216 किमी के पास बस नं0 यूपी 15 डीटी 9419 डिवाइडर से टकराकर पलट गयी थी, जिसमें से 18 लोग घायल हो गये थे। घायलों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है।