सहारनपुर। सहारनपुर की जिला जेल में बंद 57 विदेशी तब्लीगी जमातियों को शनिवार को रिहाई दे दी गई। यहां सात अलग-अलग देशों के 57 विदेशी जमाती जेल में थे इन सभी पर वीजा शर्तों का उल्लंघन करने के आरोप लगे थे। कोरोना महामारी के बीच विदेश से आए तब्लीगी जमाटी दिल्ली मरकज में शामिल हुए थे और वहां से देश के अलग-अलग हिस्सों में चले गए थे। सरकार ने इन्हें अपनी पहचान बताते हुए सामने आने के लिए कहा था लेकिन इन्होंने ऐसा नहीं किया। सहारनपुर में भी 57 विदेशी जमाती अलग-अलग जगहों पर छिपे हुए थे। बाद में पुलिस ने इन्हें तलाश कर गिरफ्तार किया था और इन पर वीजा शर्तों का उल्लंघन करने के आरोप लगाए थे। पुलिस ने कहा था कि यह सभी टूरिस्ट वीजा पर भारत आए थे और यहां पर धार्मिक प्रचार प्रसार कर रहे थे।
इस आधार पर पुलिस ने इन्हें न्यायालय के समक्ष पेश किया था और न्यायालय ने सभी 57 विदेशी जमातियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। यहां इन्हें सहारनपुर जिला जेल में ही बनाई गई अस्थाई जेल में क्वॉरेंटाइन किया गया था और इन सभी के कोरोना सैंपल भी लिए गए थे इनमें से एक जमाती की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई थी। न्यायालय ने इन्हें बाद में सुनवाई के दौरान एक महीने की सजा सुनाई थी और यह पीरियड पूरा होने के बाद अब शनिवार को इन्हें जेल से रिहा कर दिया गया सहारनपुर सांसद हाजी फजलुर्रहमान के दामाद औसाफ़ गुड्डू ने अंबाला रोड स्थित एक बैंक्वेट हॉल में इनके रहने की व्यवस्था कराई है। जेल से रिहा होते ही पहले दिन तब्लीगी जमातियों के लिए बिरयानी और कोरमा बनवाया गया। जमातियों में इंडोनेशिया, भूटान, फ्रांस, मलेशिया, किर्गिस्तान समेत सात देशों के जमती हैं।