फिक्की फ्लो ने आयोजित किया ऑनलाइन संवाद कार्यक्रम
कानपुर : फिक्की फ्लो कानपुर चैप्टर ने शनिवार को यहां ऑनलाइन संवाद की श्रंखला में युवा दिलों की धड़कन और भारतीय सिनेमा में आज के दिनों में सबसे अधिक चर्चित अभिनेता कार्तिक आर्यन से बातचीत का कार्यक्रम रखा। कार्यक्रम का संचालन कानपुर फ्लो चैप्टर की अध्यक्ष डॉ आरती गुप्ता रेडियो सिटी की आरजे अर्चना पनिया ने किया। कार्तिक आर्यन से कई दिलचस्प विषयों पर बात हुई। उन्होंने अपने अभिनेता बनने के संघर्षपूर्ण सफर का भी जिक्र किया। उन्होंने बताया कि उनके कैरियर के सफर में ग्वालियर से मुंबई तक इंजीनियरिंग से एक्टिंग तक किस प्रकार उन्हें महिलाओं का सहयोग मिला तथा इंडस्ट्री में उपस्थित लिंग भेद के विषय में भी उन्होंने चर्चा की।
अपने संघर्ष के दिनों के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि जब मैं मुंबई के एक इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ाई कर रहा था तो अक्सर मैं क्लास बंग करके ऑडिशन देने जाता था लेकिन इसका मेरे माता-पिता को पता नहीं होता था लेकिन इन सबके बावजूद मैंने अपनी पढ़ाई जारी रखी क्योंकि मेरा यह मानना था कि लोग मुझे पढ़े-लिखे एक्टर के रूप में जाने। जब उनसे यह पूछा गया कि वह शाहरुख और अक्षय दोनों में से किस से ज्यादा प्रभावित है, तो कार्तिक ने बताया कि मैं शाहरुख, सलमान और अक्षय, तीनों की फिल्में देखकर बड़ा हुआ हूं और मेरे लिए यह कठिन ही नहीं बल्कि नामुमकिन है कि उनमें से कौन बेहतर है, मेरे लिए तीनों ही अभिनेता आदर्श हैं।
इस वार्ता में फिक्की फ्लो के देशभर के सभी 17 चैप्टर सदस्यों ने भाग लिया और कार्तिक आर्यन से सवाल जवाब किए कार्यक्रम को मनोरंजक बनाने के लिए कार्तिक में लाइव रैप सॉन्ग भी प्रस्तुत किया। कार्तिक आर्यन आज के युवाओं के लिए रोल मॉडल भी हैं वे अपने सजीव और उन्मुक्त अभिनय से आज की युवा पीढ़ी के दिलों पर राज कर रहे हैं उनके अभिनय का जलवा फिल्म सोनू के टीटू की स्वीटी लुकाछिपी आदि फिल्मों में देखने को मिल चुकी है अपनी जीवंत अदायगी के बल पर आप दर्शकों में अत्यंत लोकप्रिय हैं। प्रसिद्ध संस्था पीटा ने कार्तिक आर्यन को नामित किया है। आकर्षक शाकाहारी युवा के रूप में प्रसिद्ध संस्था पीटा ने कार्तिक आर्यन को नामित किया है तथा फॉर्ब्स वर्ष 2019 किस सेलिब्रिटी लिस्ट में भी कार्तिक आर्यन का नाम है।
कोरोना की महामारी को देखते हुए उन्होंने अपने विचार रखते हुए कहा कि इस कठिन समय में अपने को स्वस्थ रखने के लिए सकारात्मक विचार बहुत ही आवश्यक है। मैं इस विषय पर बहुत ही सकारात्मक हूं और आशा करता हूं कि शीघ्र ही हम सभी काम पर लौटेंगे। आज की युवा पीढ़ी को संदेश देते हुए उन्होंने कहा कि अपने लक्ष्य को निर्धारित कीजिए और तब तक लगे रहिए जब तक कि वह हासिल ना हो जाए। इसके लिए सकारात्मक सोच का होना आवश्यक है, जो हमें सफलता की ओर ले जाता है। इस ऑनलाइन संवाद कार्यक्रम में देश के सभी फ्लो मेंबर वह हजारों प्रशंसकों नहीं यूट्यूब पर फेसबुक पर इस कार्यक्रम को देखा।