इमरजेंसी सेवाएं होंगी पहले से ज्यादा बेहतर : योगी

प्रदेश के 75 जनपदों और 6 मेडिकल कालेज में ट्रूनेट मशीन स्थापित

लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि इस समय पूरी दुनिया वैश्विक महामारी कोरोना से लड़ रही है। इन परिस्थितियों में यह जरूरी है कि हमारे सामने वह सारे उपाय होने चाहिए, जो हर प्रकार से कोरोना चेन को तोड़ने में मददगार हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि पहले चरण में कोविड-19 की जांच के लिए कोविड अस्पतालों में आरटी पीसीआर मशीन को जोड़ा गया, अब नान कोविड अस्पताल में ट्रूनेट मशीन की सुविधा मुहैया करवा रहे हैं। इस मशीन से कुछ समय में कोरोना की रिपोर्ट आ जाएगी, जिससे इमरजेंसी सेवाओं को पहले से ज्यादा बेहतर किया जा सकता है। आज प्रदेश के 75 जनपदों और 6 मेडिकल कालेज में ट्रूनेट मशीन की आपूर्ति करने में हम सफल रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को ये बातें अपने 5 कालीदास मार्ग सरकारी आवास पर ‘ट्रूनेट’ मशीन के लोकार्पण कार्यक्रम के दौरान कही। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों चार मंडलों का दौरा किया था। तब इन मशीनों की आवश्यकता को महसूस करते हुए इसकी उपयोगिता के बारे में शासन स्तर की टीम को अवगत कराया था। उन्होंने कहा कि ये सर्वविदित है कि 40 से 45 फीसदी कोरोना के केस मेडिकल इंफेक्शन के कारण होते हैं। जहां कहीं भी लापरवाही हुई है, वहां संक्रमण तेजी के साथ फैला है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सावधानी बरतने के लिए ही लाकडाउन के प्रथम चरण में कोरोना जांच की सुविधा के अलावा सभी स्वास्थ्य सेवाएं बंद कर दी गई थी। प्रथम चरण के बाद इमरजेंसी सेवाएं प्रारंभ की गई, लेकिन हमारे पास उस वक्त ऐसा माध्यम नहीं था कि लोगों को बेहतर सुविधा दे सकें। व्यापक विचार विमर्श के बाद यह बात सामने आई कि ट्रूनेट मशीन से इस सुविधा को आगे बढ़ाया जा सकता है। इस रिपोर्ट के माध्यम से कोरोना निगेटिव रिपोर्ट आ सकती है। नान कोविड अस्पताल के साथ प्रदेश के सभी जिला चिकित्सालयों और मेडिकल कालेज के लिए इस मशीन की आपूर्ति का काम शुरू किया। आज प्रदेश के 75 जनपदों और 6 मेडिकल कालेज में ट्रूनेट मशीन की आपूर्ति करने में हम सफल रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि डबल सिरीज के यह ट्रूनेट मशीन एक दिन में 20 से 25 सैंपल की जांच कर सकती है। इससे इमरजेंसी सेवाएं और आपरेशन की सुविधा को आगे बढ़ाने में मदद मिल सकती है। उन्होंने कहा कि कोरोना इंफेक्शन की चेन को हम तोड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस मशीन का आकार छोटा है। यह उपयोगी है। कोरोना महामारी के दौरान हम इसका उपयोग इमरजेंसी और सेमी इमरजेंसी सेवाओं के साथ उन अस्पतालों में इसका उपयोग कर सकेंगे, जहां आपरेशन होते हैं। यही नहीं, इस मशीन का अन्य दिनों में टीबी की जांच में भी उपयोग किया जा सकता है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इसकी उपयोगिता को देखते हुए इसे हर जनपद में स्थापित किया गया है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं में स्वास्थ्य विभाग ने काफी लंबी छलांग लगाई है। जब कोरोना का पहला केस आया था, तब हमारे पास जांच की सुविधा नहीं थी। आज 23 सरकारी लैब्स हैं, जिनमें 15,000 से अधिक टेस्ट प्रतिदिन किए जा रहे हैं। कोरोना का पहला केस जब हमारे पास आया, तब हमें मरीज को सफदरजंग अस्पताल दिल्ली रेफर करना पड़ा था, तब तैयारी नहीं थी। आज हमारे पास कोविड अस्पताल में लेवल-1, 2 व 3 के 1,01,236 से अधिक बेड मौजूद हैं। हर तरह की सुविधा आज मौजूद है। जो भी कोरोना पाजीटिव है, उसे कोरोना अस्पताल में ही उपचार की सुविधा दिया जा रहा है। जिससे इस बीमारी को फैलने की हर गुंजाइश को रोका जा रहा है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि तमाम चुनौतियां हमारे पास आईं, लेकिन इन चुनौतियों को स्वीकार करते हुए हम आगे बढ़ रहे हैं। बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के माध्यम से 23 करोड़ जनता के विश्वास पर खरे उतर रहे हैं। कोविड और नान कोविड अस्पताल से नागरिकों में विश्वास बढ़ा है। शासन स्तर पर वहां हर तरह की निशुल्क सुविधा दी जा रही है। हमारा प्रयास है कि कोविड अस्पताल में आने वाले किसी भी मरीज को किसी भी तरह की कोई असुविधा न हो। समय पर डाक्टर राउंड करें, पैरा मेडिक्स और नर्सिंग स्टाफ मौजूद रहें। समय पर भोजन आदि की सुविधाएं हो, साफ सफाई की उचित व्यवस्था हो। योगी ने कहा कि नान कोविड अस्पताल में इमरजेंसी और सेमी इमरजेंसी की सुविधाएं जिन अस्पताल में उपलब्ध करवाई जा रही है, वहां हम इस बात का ध्यान रखें कि मेडिकल की टीम सदैव सर्तकता बरतें, जिससे कहीं भी इंफेक्शन की गुंजाइश न रहे। संक्रमण रोकने के लिए ही ट्रूनेट मशीन स्थापित की गई है। एक लाख की संख्या वाली स्वास्थ्य टीम कार्य कर रही है। जिसमें आशा वर्करों और उनके अन्य सहयोगियों के द्वारा गांव-गांव और घर-घर जाकर 4.50 करोड़ से ज्यादा मेडिकल स्क्रीनिंग की गई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि एक बड़ा कार्य युद्ध स्तर पर चल रह है। कोरोना के खिलाफ हमारी लड़ाई पूरी मुस्तैदी के साथ आगे बढ़ रही है। हमें मजबूती के साथ इस लड़ाई को आगे बढ़ाना है। इसी क्रम में स्वास्थ्य सुविधाओं में एक नई कड़ी को जोड़ा जा रहा है। इन मशीनों के जरिए सैंपल लेकर टेस्टिंग की प्रक्रिया आगे बढ़ेगी। इससे टेस्टिंग की क्षमता बढ़ेगी। 15 जून तक प्रतिदिन 15,000 टेस्ट का लक्ष्य रखा था, जिसे स्वास्थ्य विभाग ने पांच दिन पहले ही हासिल कर लिया है। आज प्रतिदिन 15,000 से अधिक टेस्ट किए जा रहे हैं। जिसे 30 जून तक बढ़ाकर 20,000 प्रतिदिन टेस्ट का लक्ष्य रखा गया है। योगी ने कहा कि सरकारी अस्पताल के साथ ही सभी मेडिकल कालेज व अन्य निजी अस्पतालों में ट्रूनेट की मशीन लगाई जा रही है। जिससे एक साथ दो लड़ाई लड़ सकेंगे। वर्तमान में कोरोना के खिलाफ लड़ाई और दूसरा देश को टीबी मुक्त करने की लड़ाई। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत को 2025 तक टीबी मुक्त करने का लक्ष्य रखा है, उसमें ट्रूनेट मशीनें बड़ी उपयोगी साबित हो सकती हैं।

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