आजमगढ़। जिले के महराजगंज कोतवाली क्षेत्र के सिकंदरपुर आइमा गांव में छेड़खानी को लेकर दलित बस्ती में हुए हमले के मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़ा रूख अख्तियार करते हुए पुलिस अधीक्षक को कड़ी फटकार लगाई है। जिसके बाद पुलिस अधीक्षक ने महराजगंज कोतवाल को जहां निलंबित कर दिया, वही पुलिस ने घटना में शामिल एक दर्जन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि सात फरार आरोपियों के खिलाफ 25-25 हजार रूपये का इनाम घोषित कर दिया है। पुलिस की चार टीमें फरार आरोपियों के संभावित ठीकानों पर ताबड़तोड़ दबिश भी दे रही है।
महाराजगंज कोतवाली क्षेत्र के सिकंदरपुर आइमा गांव में एक ट्यूबल पर गांव के ही एक समुदाय विशेष के युवक आकर बैठते थे। बुधवार की देर शाम दलित बस्ती की लड़कियों के साथ युवकों ने छेड़खानी कर दिया। जिसके बाद दलित बस्ती के लोगों ने जब इसका विरोध किया तो विशेष समुदाय के लोगों ने एकजुट होकर लाठी-डंडे और धारदार हथियार से धावा बोल दिया। जिसमें दलित बस्ती के एक दर्जन लोग घायल हो गये थे। इस घटना में दलित बस्ती के लोगों ने गुरूवार को नौ नामजद और दस अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। लेकिन स्थानीय थाने की पुलिस ने इस मामले में आरोपियों को पकड़ने में शिथिलता बरती।
इसी बीच इस घटना की शिकायत मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ से हुई। घटना संज्ञान में आते ही मुख्यमंत्री ने पुलिस अधीक्षक को कड़ी फटकार लगाई और आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिये। जिसके बाद हरकत में आयी पुलिस ने ताबड़तोड़ छापेमारी शुरू की और घटना में शामिल परवेज, फैजान, नूर आलम, सदरे आलम, हमीर, आरिफ, आसिफ,मेराज और सुहैल सहित 12 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। वहीं फरार सात आरोपियों के खिलाफ 25-25 हजार रूपये का इनाम घोषित कर दिया है।