सरकार ने किया स्पष्ट प्राइवेट काल सेंटर की तरह काम करती है हेल्पलाइन
लखनऊ : राजधानी लखनऊ में कोरोना संक्रमण के नये मामलों की रफ्तार थमने का नाम नहीं ले रही है। इस बीच बुधवार को मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 1076 के 9 कर्मचारी संक्रमित पाए गए हैं। इसके बाद से ही इसे सरकारी भवन और उससे सम्बन्धित कर्मचारियों से जोड़ा जाने लगा। बाद में राज्य सरकार की ओर से ऐसी खबर को गलत ठहराते हुए स्पष्ट किया गया कि मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 1076 का कार्यालय लोकभवन या किसी सरकारी भवन में नहीं है। मुख्यमंत्री हेल्पलाइन आउटसोर्सिंग के तहत कार्य करने वाली एक निजी संस्था है, जिसका कार्यालय गोमतीनगर स्थित एक प्राइवेट भवन में है, यह तमाम प्राइवेट काल सेंटरों की तरह ही सरकारी योजनाओं के प्रचार प्रसार व फीडबैक के लिए कार्य करता है, वहां कुछ कर्मचारियों में कोरोना पाजिटिव की सूचना है, उनका इलाज किया जा रहा है
दरअसल गोमतीनगर के विभूतिखंड साइबर हाइट में मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 1076 का कार्यायल है। इस कॉल सेंटर में बड़ी संख्या में कर्मचारी काम करते हैं। शंका के आधार पर कर्मचारियों की जांच कराई गई। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. नरेंद्र अग्रवाल के निर्देश पर सिविल अस्पताल की टीम मंगलवार को सीएम हेल्पलाइन दफ्तर पहुंची। 40 कर्मचारियों के नमूने लिए गए। इनमें अब 09 कर्मचारियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसके अलावा राजधानी में बुधवार को अलग-अलग इलाकों से 22 पॉजिटिव मरीज सामने आए हैं। जिन इलाकों में संक्रमित लोग पाए गए हैं उन्हें सील करने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। पूरे इलाके को सैनिटाइज किया जाएगा।