लखनऊ : यूपी रोडवेज इंप्लाइज यूनियन लखनऊ क्षेत्र की क्षेत्रीय इकाई ने मंगलवार को कर्मचारी समस्याओं के संबंध में क्षेत्रीय प्रबंधक को ज्ञापन सौंपा गया। एमडी को सम्बोधित ज्ञापन में कर्मचारियों ने 8 बिंदुओं पर अपनी मांगें रखी। ज्ञापन में कोविड-19 जैसी महामारी में उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के चालक, परिचालक के अतिरिक्त तमाम कर्मचारी जो रेलवे स्टेशन अवध शिल्पग्राम तथा शकुंतला मिश्रा क्वॉरेंटाइन सेंटर लगे हुए थे तथा श्रमिकों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने का कार्य कर रहे थे, उन कर्मचारियों का भी कोरोना टेस्ट होने की मांग की गयी है। इसके साथ ही बेहतर कार्य के लिए कर्मचारियों को प्रेत्साहन स्वरूप धनराशि 300 प्रतिदिन के अनुसार दिया जाना चाहिए। परिवहन निगम में कार्यरत जो भी कर्मचारी लॉकडाउन पीरियड में शासन के निर्देशानुसार कार्य कर रहे थे, उन कर्मचारियों में यदि कोरोना महामारी के लक्षण पाए जाते हैं तो उन्हें भी अन्य विभागों के कर्मचारियों की भांति किसी भी अस्पताल में वीआईपी चिकित्सा सुविधा प्रदान की जाए। बसों की बीमा वैधता उसकी किस्त पर सीमा बढ़ाए जाने का अनुरोध प्रदेश सरकार से किया जाए। मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा घोषित कर माफी योजना को परिवहन निगम में भी लागू कराए जाने के लिए निगम की ओर से प्रस्ताव भेजा जाए। ज्ञापन देते समय क्षेत्रीय अध्यक्ष रूपेश कुमार क्षेत्रीय मंत्री सुभाष कुमार वर्मा, वसीम सिद्दीकी आदि उपस्थित थे।
आलमबाग डिपो के 28 कर्मचारियों का सेम्पल जांच के लिए भेजा
लखनऊ : आलमबाग डिपो के 28 कर्मचारियों का कोविड-19 टेस्ट के लिए सेम्पल कलेक्शन किया गया। ये वो कमर्चरी हैं जिन्होने शकुन्तला मिश्रा विश्वविद्यालय और चारबाग रेलवे स्टेशन से प्रवासी मजदूरों को उनके घर पहुंचाने में महत्वपूर्ण भुमिका निभाई है। कर्मचारी नेता रूपेश कुमार ने बताया कि कुछ कर्मचारियों के मोबाईल फोन पर आरोग्य सेतु एप में स्वपरिक्षण के दौरान अस्वस्थ दिखा रहा था। जिसकी जानकारी एआरएम पल्लव बोस को दी गयी तो उन्होंने प्रयास कर इन कर्मचारियों के जांच की व्यवस्था कराई। जांच के लिए रूपेश कुमार, वसीम सिद्धीकी, बीर बहादुर सिंह, अमरजीत सिंह, विकास सिंह, एसपी सोनकर, अनिल भट्ट, मोहित, अजित शुक्ला समेत 28 कर्मचारियों का सेम्पल कलेक्शन केे लिए लिया गया। सेम्पल कलेक्शन के वक्त एआरएम डीके गर्ग और डिपो इन्चार्ज मधु श्रीवास्तव मौजूद रहे।