बैंक में भीड़ की बजाए बैंकिंग करस्पांडेंट से गांव में ही हासिल कर सकते हैं राशि
लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को अपने सरकारी आवास 5, कालीदास मार्ग पर कोविड महामारी के दृष्टिगत वृद्धावस्था पेंशन, निराश्रित महिला पेंशन, दिव्यांग पेंशन, कुष्ठावस्था पेंशन की एक किश्त और प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना पैकेज के तहत अतिरिक्त राहत के रूप में 86,71,181 लाभार्थियों के खातों में 1301.84 करोड़ रुपए आनलाइन हस्तान्तरित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना से जब पूरी दुनिया जूझ रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सभी लोगों की चिंता है। उन्होंने कहा कि इससे पहले अप्रैल में सभी लाभार्थियों को दो महीने की एकमुश्त पेंशन जारी की गई थी। अब इन्हीं लाभार्थियों को फिर से एक मुश्त धनराशि जारी की गई है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए लाभार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि आज टेक्नोलाजी के माध्यम से एक क्लिक से लाभार्थियों के खाते में सीधे धनराशि पहुंच रही है। ऐसा पहले नहीं था। पहले शोषण था, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐसी व्यवस्था की है कि दिल्ली व लखनऊ से जारी होने वाली धनराशि 100 फीसदी लाभार्थियों के खाते में समय से पहुंच रही है। उन्होंने कहा कि लाभार्थियों को बैंक में जाने की जरूरत नहीं है। कोरोना संकट में बैंक में भीड़ न हो, इसके लिए पेंशनधारक बैंक की बजाए बैंकिंग करस्पांडेंट से अपने गांव में ही राशि हासिल कर सकते हैं।
पीएम मोदी की तकनीक ने खत्म किया शोषण, अब लाभार्थी के खाते में पहुंच रही राशि
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोगों से अपील करते हुए कहा है कि कोरोना संकट का दौर चल रहा है, ऐसे में लोग भीड़ न लगाएं और सतर्क रहें। संक्रमण से बचने के लिए सावधानी बरतें। गर्भवती महिलाएं, बच्चे, बुजुर्ग और बीमार लोग घर से बिल्कुल न निकले। इसके बावजूद अगर किसी को घर से बाहर भी निकलना पड़ रहा है तो मुंह और नाक को गमछे व मास्कर से कवर जरूर किया जाना चाहिए। सरकार हर व्यक्ति को 10 रुपए में दो मास्क मुहैया करवा रही है। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना पैकेज के तहत प्रति लाभार्थी को 1000 रुपए की राहत और माह जून की पेंशन की किश्त की धनराशि हस्तांतरित की गई है। इसमें वृद्धावस्था पैंशन के 49,87,054 लाभार्थियों को 748.06 करोड़ रुपए, निराश्रित महिला पेंशन के 26,06,213 लाभार्थियों को 390.93 करोड़ रुपए, दिव्यांग पेंशन के 10,67,786 लाभार्थियों को 160.17 करोड़ रुपए और कुष्ठावस्था पेंशन के 10,728 लाभार्थियों को 2.68 करोड़ रुपए शामिल है।