मोदी ने कही मन की बात, कोरोना संकट में योग और आयुर्वेद मददगार
नई दिल्ली : पीएम मोदी ने रविवारको ‘मन की बात’ के जरिए देश को संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना संकट के दौर में लोग योग का सहारा ले रहे हैं। हॉलीवुड से हरिद्वार तक सभी योग को गंभीरता से ले रहे हैं। उन्होंने कोरोना के खिलाफ जंग में योग और आयुर्वेद को मददगार बताते हुए कहा कि योग कम्युनिटी, इम्यूनिटी और यूनिटी सबके लिए अच्छा है। पीएम मोदी ने कहा, ‘कोरोना संकट के इस दौर में मेरी, विश्व के अनेक नेताओं से बातचीत हुई, लेकिन एक सीक्रेट में जरूर बताना चाहूंगा। विश्व के अनेक नेताओं से जब बातचीत होती है तो उनकी बहुत ज्यादा दिलचस्पी योग और आयुर्वेद के संबंध में होती है। कुछ नेताओं ने मुझसे पूछा कि कोरोना के इस संकटकाल में ये योग और आयुर्वेद कैसे मदद कर सकते हैं।’
पीएम मोदी ने कहा कि जल्द ही अंतरराष्ट्रीय योग दिवस आने वाला है। योग जैसे जैसे लोगों के जीवन से जुड़ रहा है। लोगों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ रहा है। कोरोना संकट के दौरान देखा जा रहा है कि हॉलीवुड से हरिद्वार तक घर में रहकर लोग योग पर गंभीरता से ध्यान दे रहे हैं। पीएम ने कहा, हर जगह लोगों ने योग और उसके साथ आयुर्वेद के बारे में और ज्यादा जानना और अपनाना चाहा है। कितने ही लोग जिन्होंने कभी योग नहीं किया है वे भी ऑनलाइन योग सीख रहे हैं। सही में योग कम्युनिटी, इम्युनिटी और यूनिटी सबके लिए अच्छा है। उन्होंने आगे कहा, ‘कोरोना संकट के इस समय में योग आज इसलिए भी ज्यादा अहम है क्योंकि ये वायरल हमारे रेस्पीरेटरी सिस्टम को सबसे अधिक प्रभावित करता है। योग में रेस्पीरेटरी सिस्टम को मजबूत करने के लिए कई तरह के प्रणायाम हैं जिनका असर हम लंबे समय से देखते आ रहे हैं। यह टाइम टेस्टेड टेक्नीक्स हैं। कपालभाती और अनुलोम विलो, प्रणायाम से अधिकतर लोग परिचित हैं, लेकिन भस्त्रिका, शीतली, भ्रामरी जैसे कई प्रणायाम के प्रकार हैं जिसके अनेक लाभ भी हैं।