बेमिसाल सीएम योगी के कायल हुए नेपाली छात्र, जताया आभार
लखनऊ (राघवेन्द्र प्रताप सिंह) : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कार्यप्रणाली देखकर नेपाल के छात्र भी कायल हो गए हैं। ये वे छात्र हैं, जो उत्तराखंड से उत्तर प्रदेश आए और यहां लाकडाउन में फंस गए। जानकारी मिलने पर मुख्यमंत्री ने कोटा के बच्चों की तरह ही नेपाली छात्रों के लिए तत्काल बस की व्यवस्था करवाई और सभी छात्रों को सकुशल और सुरक्षित तरीके से भारत-नेपाल सीमा पर पहुंचाया, जहां से सभी छात्र अपने घर नेपाल पहुंचे। चीन और नेपाल के भारत के रिश्तों में आ रही कडुवाहट के इतर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक नई मिसाल पेश की है। जिस वक्त सीमा विवाद को लेकर नेपाल अपने रिश्ते तल्ख कर रहा है, उस वक्त मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नेपाली छात्रों को सकुशल और सुरक्षित नेपाल पहुंचा कर पूरी दुनिया में भारत की एक उदारवादी छवि पेश की है। उत्तराखंड से 22 नेपाली छात्र उत्तर प्रदेश आए।
लॉकडाउन के कारण नेपाल जाने के लिए कोई साधन उपलब्ध न होने की वजह से सभी छात्र परेशान थे। इन छात्रों को नेपाल उनके घर पहुंचाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के अधिकारियों को निर्देश दिया। इसके बाद इन छात्रों को परिवहन निगम की बसों द्वारा भारत- नेपाल बॉर्डर तक निशुल्क पहुँचाया गया। इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर राजस्थान के कोटा में फंसे 12,000 से ज्यादा छात्रों को सकुशल और सुरक्षित तरीके से उनके घर निशुल्क पहुंचाया गया। जिससे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की इस मिसाल की चर्चा पूरे देश में हुई।
कल होगा एमओयू पर हस्ताक्षर, 9 लाख लोगों को मिलेगा रोजगार
उत्तर प्रदेश में विभिन्न प्रदेशों से आने वाले कामगारों व श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने का प्रयास जारी है। हर हाथ को काम मिले, इस नीति पर प्रदेश सरकार काम कर रही है। इसी नीति के तहत इंडियन इंडस्ट्री एसोसिएशन सहित अन्य औद्योगिक संस्थाओं के साथ शुक्रवार को एमओयू साइन किया जा रहा है। जिससे प्रदेश के 9 लाख लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। मुख्यमंत्री ने स्वदेशी वस्तुओं के उत्पादन पर बल देते हुए निवेशकों को आमंत्रित किया है। सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में स्वदेशी उत्पादन बढ़ने से रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। जिसका लाभ कामगारों और श्रमिकों को मिलेगा। साथ ही सीएम योगी ने निवेशकों से अपील करते हुए कहा कि उनके योगदान से प्रदेश में स्वदेशी वस्तुओं के उत्पादन को गति मिलेगी, साथ ही बहुत से लोगों को रोजगार भी प्राप्त होगा।