इससे पहले टीवी सीरियल कलाकार मनप्रीत सिंह ने भी की थी सुसाइड
मुंबई/लखनऊ, पवन सिंह : सबसे बुरा होता है सपनों का मर जाना’। लॉकडाउन के दौरान पैदा हुए मानसिक तनाव ने आखिरकार एक और संघर्षशील टीवी, थिएटर कलाकार प्रेक्षा मेहता की जान ले ली है। प्रेक्षा ने कल सोमवार की रात को अपने कमरे में पंखे से लटककर आत्महत्या कर ली। बजरंग नगर इंदौर निवासी 25 वर्षीय प्रेक्षा मेहता दो वर्ष पूर्व धारावाहिक और फिल्मों में काम करने के सिलसिले में मुंबई चली गई थी। उसके पिता रवींद्र मेहता की कॉलोनी में ही दुकान है। बताया जाता है कि कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन लागू होने पर 25 मार्च को वह इंदौर आ गई थी। इसके बाद से ही अवसाद में थी। पिता के मुताबिक, मुंबई में जिस तरह से कोरोना बढ़ रहा था और लगातार लॉकडाउन था, उससे प्रेक्षा को लगने लगा कि शायद लंबे समय तक काम नहीं मिलेगा। वह अपने कैरियर को लेकर बहुत परेशान थी. इसी के चलते वह डिप्रेशन में चली गईं और आत्महत्या जैसा कदम उठा लिया। मंगलवार सुबह प्रेक्षा की मां जब बेडरूम में गई तब पता चला कि बेटी ने आत्महत्या कर ली है।
प्रेक्षा ने आत्महत्या तो रात में ही कर ली थी लेकिन घरवालों को भी सुबह ही पता चला। घटना की जानकारी होते ही घरवाले प्रेक्षा के शव को लेकर अस्पताल की ओर दौड़े। लेकिन अस्पताल जाने का भी कोई फायदा नहीं हुआ क्योंकि तब तक प्रेक्षा दुनिया को अलविदा कह चुकी थीं। इस केस के इंचार्ज राजीव भदौरिया का कहना है कि प्रेक्षा ने एक सुसाइड नोट तो छोड़ा है लेकिन आत्महत्या का कारण नहीं दिया। फिलहाल छानबीन जारी है। प्रेक्षा मेहता थिएटर में भी ऐक्टिव थीं। मध्य प्रदेश स्कूल ओफ़ ड्रामा (MPSD) से डिप्लोमा प्राप्त करने के अलावा एक अच्छी नृत्यांगना भी थी, उन्होंने थिअटर ग्रुप ‘ड्रामा फैक्टरी’ से शुरुआत की और यहीं से ऐक्टिंग का चस्का लग गया।
प्रेक्षा का पहला नाटक था ‘खोल दो’। इसमें उनकी ऐक्टिंग को खूब पसंद किया गया। इसके बाद प्रेक्षा मेहता ने कुछ और नाटकों में काम किया, जिनमें ‘खूबसूरत बहू’, ‘बूंदें’, ‘राक्षस’, ‘प्रतिबिंबित’, ‘पार्टनर्स’ और ‘अधूरी औरत’ जैसे कई और नाटक शामिल हैं। प्रेक्षा ने आख्यान नट शाला और अष्टरंग की कई प्रस्तुतियों में भाग लेने के अलावा कई वीडियो एलबम और शॉर्ट्स फिल्मों में भी काम किया था। प्रेक्षा टीवी के एपिसोडिक शोज जैसे क्राइम पेट्रोल, मेरी दुर्गा और लाल इश्क में नजर आ चुकी थीं। सिर्फ टीवी ही नहीं बल्कि, प्रेक्षा को हिंदी सिनेमा के अभिनेता अक्षय कुमार की फिल्म ‘पैडमैन’ में भी देखा गया था। प्रेक्षा मेहता ने मौत से ठीक पहले इंस्टाग्राम स्टोरी पर एक मेसेज लिखा, जो झकझोरने वाला है। लिखा था,’ सबसे बुरा होता है सपनों का मर जाना।’ पता नहीं प्रेक्षा का वो कौन सा सपना था जो उसके साथ ही चला गया। स्मरण हो इससे पहले कलाकार मनप्रीत सिंह ने भी आत्महत्या कर ली थी।