चेन्नई : द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (द्रमुक) पार्टी के संरक्षक दिवंगत एम.करुणानिधि के करीबी साथी और पार्टी के वरिष्ठ नेता के. अनबझगन का शनिवार को निधन हो गया। वह 97 वर्ष के थे। उनको दो बेटियां और एक बेटा है। नौ बार के विधायक रहे अनबझगन 43 वर्षों तक पार्टी के महासचिव रहे। बीमारी के कारण वह कुछ समय से सक्रिय राजनीति से दूर थे। अन्बझगन दो वर्षों से अस्वस्थ चल रहे थे। उन्होंने शुक्रवार की देर रात करीब एक बजे अपोलो हॉस्पिटल्स में आखिरी सांस ली। द्रमुक पार्टी के अध्यक्ष एमके स्टालिन ने बताया कि उनके निधन के बाद पार्टी के सभी कार्यक्रमों को एक हफ्ते के लिए स्थगित कर दिया गया। ‘प्रोफेसर’ के तौर पर पहचान बनाने वाले अनबझगन तमिलनाडु के वित्त मंत्री और लोक कल्याण मंत्री भी रहे थे। करुणानिधि के पार्टी प्रमुख के रूप में चुने जाने के बाद 1977 में वह द्रमुक के महासचिव के रूप में निर्वाचित हुए थे।