
एक टीवी चैनल टोलो न्यूज ने हमले में फंसे लोगों के लाइव फुटेज दिखाए।उनमें गोलियों की आवाज साफ सुनी गई थी। हमले में किसी के भी हताहत होने की तत्काल पुष्टि नहीं हुई, लेकिन सोशल मीडिया पर पोस्ट की गई असत्यापित तस्वीरों में कई लोगों को घायल हालत में दिखाया गया है। गृह मंत्रालय के प्रवक्ता नसरत रहीमी ने कहा कि उस इलाके में विशेष पुलिस बल भेजा गया है। हमले के बाद राष्ट्रपति अशरफ गनी के प्रवक्ता ने कहा कि राष्ट्रपति ने इस हमले को मानवता के खिलाफ अपराध बताया। पिछले साल इसी समारोह के मौके पर ठीक इसी तरह से हुए हमले में कई लोग मारे गए थे। तब इस्लामिक स्टेट के आतंकियों ने उस हमले की जिम्मेदारी ली थी। हज़ारा ज्यादातर शिया मुस्लिम हैं। अफगानिस्तान में सुन्नी मुस्लिम आतंकी समूहों द्वारा अल्पसंख्यक शियाओं पर बार-बार हमला किया गया है।