योगी सरकार के इस ऐक्शन से मचा हाहाकार
लखनऊ : कानून व्यवस्था को लेकर बेहद सख्त रुख अपनाने वाले सीएम योगी के नये फरमान से दंगाइयों में हड़कम्प मचा हुआ है। बता दें कि राजधानी लखनऊ में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ दिसंबर में काफी हिंसक प्रदर्शन हुए थे। इस दौरान उपद्रवियों ने सरकारी संस्थाओं को काफी नुकसान पहुंचाया था। प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा के बाद योगी सरकार बेहद सख्त हो गये और घोषणा की थी कि नुकसान की भरपाई उपद्रवियों की संपत्तियों को नीलाम करके की जाएगी। इसी क्रम में योगी सरकार की कार्रवाई जारी है। मुख़्यमंत्री योगी के आदेश पर लखनऊ के चौराहों पर उपद्रवियों के पोस्टर लगाए जा रहे हैं। इससे न केवल उपद्रवियों बल्कि उनके आकाओं में भी हड़कम्प मचा हुआ है जो फंड देकर ऐेसे बवाल प्रायोजित कराते हैं।
राजधानी में लगे 53 आरोपियों के पोस्टर
नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ इन सब पर प्रदर्शन की आड़ में सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का आरोप है। इनमें से कई आरोपियों को संपत्ति के नुकसान की वसूली का नोटिस दिया जा चुका है। भड़की हिंसा में नुकसान की भरपाई के लिए तोड़फोड़ और आगजनी करने वाले 53 आरोपियों के पोस्टर लगाए गए हैं। हिंसा में निजी और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों में ट्रांस गोमती के 13, हजरतगंज-24 और पुराने लखनऊ के 16 उपद्रवियों के पोस्टर लगाए गए हैं। हजरतगंज चौराहे समेत शहर के 12 से ज्यादा इलाकों में उपद्रवियों के पोस्ट लगाए गए हैं।
तय समय पर पैसा नहीं चुकाया तो कुर्की की कार्रवाई : डीएम
स्पष्ट है कि सीएए के विरोध में लखनऊ में 19 दिसम्बर को हिंसा की घटना हुई थी, जिसमें ठाकुरगंज और कैसरबाग क्षेत्र में हुई हिंसा के आरोपियों के खिलाफ एडीएम सिटी पश्चिम की कोर्ट से वसूली का आदेश जारी हो चुका है। लखनऊ प्रशासन द्वारा शहर के प्रमुख चौराहों पर 100 होर्डिंग्स लगाई गई हैं। इन होर्डिंग्स में 57 लोगों के नाम और पता उजागर किए गए हैं। इस मामले में लखनऊ के डीएम अभिषेक प्रकाश ने आदेश दिया है कि अगर निर्धारित समय पर रिकवरी का पैसा नहीं चुकाया गया, तो कुर्की की कार्रवाई की जाएगी। अब तक हसनगंज, हजरतगंज, कैसरबाग और ठाकुरगंज थाना क्षेत्र के 57 लोग चिन्हित किए जा चुके हैं। इन सब पर हिंसा फैलाने का आरोप है। इन लोगों के खिलाफ 1 करोड़ 55 लाख 62 हज़ार 537 रुपये की रिकवरी का आदेश जारी किया जा चुका है।