अयोध्या : श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष और मणिराम दास छावनी के महंत नृत्य गोपाल दास ने मंगलवार को राम नगरी में कहा कि श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण से पूर्व अधिग्रहित परिसर को श्रद्धालुओं के लिए स्वच्छ और सुरम्य बनाया जायेगा जिसकी प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है। दो तीन वर्षों मे भक्तों को मंदिर मे दर्शन होने लगेगा। अभी परिसर को मंदिर निर्माण के अनुकूल बनाने में छह माह और लगेंगे। शेष बचे पत्थरों की नक्काशी भी जल्द प्रारंभ होगी। ट्रस्ट की अगली बैठक तक इस पर निर्णय होगा। श्री दास दिल्ली में ट्रस्ट गठन के पंद्रह दिनों पश्चात सोमवार को अयोध्या लौटे हैं। उन्होंने कहा कि समाज का कल्याण वही कर सकता है जिसका व्यक्तित्व जन-जन से जुड़ा हो।
उन्होंने कहा कि श्री राम जन्मभूमि अधिगृहित परिसर को श्रद्धालुओं के अनुकूल स्वच्छ और सुरम्य बनाने की प्रक्रिया ट्रस्ट ने प्रारंभ कर दी है। एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि मंदिर निर्माण से पूर्व श्रीराम लला को अस्थाई तौर पर परिसर में ही वैदिक विद्वानों की देखरेख में शिफ्ट किया जायेगा, ताकि भक्तों को भगवान के दर्शन लगातार होते रहें। उन्होंने कहा कि देश के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को मैंने अयोध्या आने का निवेदन किया है। पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह को भी संदेश भेजा है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक शीघ्र होगी। उन्होंने कहा कि अयोध्या को भी काशी की भांति विकसित करना चाहिए। यह विश्व की धार्मिक सांस्कृतिक राजधानी है, इसलिए इसका स्वरूप भी विश्व के लोगों को आकर्षित करने वाला होना चाहिए।