मदद व पुनर्वास मंत्री ने विधान परिषद में दी जानकारी
मुंबई : मदद व पुनर्वास मंत्री विजय बडेट्टीवार ने कहा कि पिछले 5 वर्षों में सूबे में 14,591 किसानों नेआत्महत्या की है। इनमें से 5430 किसानों के परिवारों को सरकार की ओर से किसी भी तरह की मदद नहीं दी गई है। 214 किसानों की आत्महत्या के मामले में मदद दिए जाने की प्रक्रिया लंबित है। सरकार इन मामलों पर जल्द निर्णय लेने वाली है। विधान परिषद में सोमवार को सदस्य शरद रणपिसे ने पिछले 5 वर्ष में सूबे में किसानों की आत्महत्या के बारे में जानकारी दिए जाने का मुद्दा प्रश्नकाल में उठाया। इसी का जवाब देते हुए मदद व पुनर्वास मंत्री विजय बडेट्टीवार ने बताया कि वर्ष 2014 से वर्ष 2019 तक राज्य में 14,591 किसानों ने आत्महत्या की है।
भारतीय जनता पार्टी के सदस्य परिणय फुके ने कहा कि पिछले पांच वर्षों में सरकार ने विदर्भ के लिए विशेष पैकेज की घोषणा की थी। इस पर बडेट्टीवार ने कहा कि विदर्भ विभाग के 11 जिलों में वर्ष 2019 में 1286 किसानों ने आत्महत्या की है। साथ ही मंत्री ने बताया कि विदर्भ के 6 जिलों में किसानों की आत्महत्या रोकने के लिए विशेष पैकेज दिए गए थे लेकिन इसके बाद भी इन जिलों में किसानों की आत्महत्या नहीं रोकी जा सकी है। मदद व पुनर्वास मंत्री ने कहा कि राज्य में किसानों के लिए कर्जमाफी योजना शुरु की गई है, इसका लाभ किसानों को होगा, इससे किसानों की आत्महत्या रुक सकती है।