एसडीआई को चार्जशीट तथा लेखाकार से स्पष्टीकरण तलब करने के दिए निर्देश
डीएम बस्ती की इस कार्रवाई शिक्षा विभाग हांफा, अन्य विभागों में भी हड़कम्प
बस्ती : कार्यो में शिथिलता एवं लापरवाही पाये जाने पर जिलाधिकारी आशुुतोष निरंजन ने पूर्व सदर ब्लाक शिक्षा अधिकारी को चार्जशीट देने तथा संविदा पर कार्यरत लेखाकार का स्पष्टीकरण तलब करने का निर्देश दिया है। ब्लाक सदर शिक्षा कार्यालय डिलिया के आकस्मिक निरीक्षण में उन्होने पाया कि विभिन्न कार्यो के लिए आवंटित धनराशि में से कोई भी धनराशि अभी तक व्यय नही की गयी है। जबकि वित्तीय वर्ष के 11 माह बीत गये है। आकस्मिक अवकाश का कोई रजिस्टर मेन्टेन नही है। निरीक्षण में डीएम पाया कि क्षेत्र में कुल 194 स्कूल है परन्तु किसी स्कूल के मरम्मत या निर्माण कार्य का कोई विवरण कार्यालय में उपलब्ध नही है। इसके लिए उन्होने नवागत ब्लाक शिक्षा अधिकारी एमएस पटेल को शाम तक रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है। ब्लाक के प्रशिक्षण कक्ष में सामान भरा पड़ा है और ट्रेनिंग बगल में स्थित कस्तूबा में कराया जा रहा है। समीक्षा में जिलाधिकारी ने पाया कि कंट्रीजेन्सी, लर्निगआउट कम परीक्षा का डाटा फीडिंग तथा टीचर का मूल्यांकन मानदेय, बच्चों का पुरस्कार, एसएमसी ट्रेनिंग के मद में प्राप्त धनराशि अभी तक व्यय नही की गयी है।
जिलाधिकारी ने कन्या सुमंगला योजना, एमडीएम तथा प्रेरणा एप की रिपोर्ट का निरीक्षण किया। कन्या सुमंगला योजना में 23 फार्म लम्बित पायी गयी। इसे एक सप्ताह में रिपोर्ट देने का उन्होने निर्देश दिया। सभी 194 स्कूलों में एसएमसी रजिस्टर पहुॅचाने का निर्देश दिया। निरीक्षण के दौरान सभी कर्मचारी उपस्थित रहे। उन्होने मुख्य कोषाधिकारी डॉ0 श्रीनिवास त्रिपाठी को कार्यालय का लेखा संबंधी जॉच का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि कार्यालय में आकस्मिक अवकाश का रजिस्टर नही है, जिससे यह स्पष्ट नही है कि किस अध्यापक ने कितना सीएल लिया है। सीएल का प्रार्थना पत्र व्हाट्स एप पर भेजा जाता है। उन्होंने नवागत ब्लाक शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिया कि कार्यालय की कमियों को दूर करें। किसी प्रकार की भ्रष्टाचार की शिकायत मिलने पर दोषी कर्मचारी को जेल भेजा जाएगा। निरीक्षण के दौरान स्कूलों की रैकिंग का रजिस्टर भी नही पाया गया।