योगी ने कहा कि जब प्रदेश में हमने इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया, तो हमें 5 लाख करोड़ रुपये के प्रस्ताव प्राप्त हुए। हाल ही में लखनऊ में आयोजित डिफेंस एक्सपो में 50 हजार करोड़ रुपये के प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। बदलता हुआ उत्तर प्रदेश अब भाषणों में ही नहीं, बल्कि हकीकत में भी दिखाई देने लगा है। हर एक क्षेत्र में परिवर्तन देखने को मिल रहा है और वास्तव में इन बातों का एहसास तब होता है, जब लोग अन्य राज्यों से उत्तर प्रदेश की तुलना करते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि 23 करोड़ की आबादी के प्रदेश में हमारे पास पुलिस बल लगभग 1.30 लाख तक सीमित था। हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट ने पुलिस की भर्ती पर रोक लगा दी थी। हमने अपनी भर्ती की पारदर्शी प्रक्रिया को हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में प्रस्तुत किया। उन्होंने हमें तत्काल अनुमति दे दी। अब 1.37 लाख नई फोर्स हमारे पास है। इसके लिए हमने पुलिस की ट्रेनिंग को दोगुना करने एवं पुलिस की बुनियादी सुविधाओं को बढ़ाने पर कार्य किया। प्रदेश में बदलते हुए परिवेश के अनुसार हम सबको कार्य करना होगा। उत्तर प्रदेश पुलिस की इसमें बड़ी भूमिका होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें लकीर का फकीर बनने की बजाय बदलते हुए परिवेश में आज की आवश्यकता के अनुसार कार्य करना होगा। हमें नागरिकों की सुरक्षा, बेहतर कानून व्यवस्था और स्मार्ट सिटी या स्मार्ट विलेज की तर्ज पर ही स्मार्ट पुलिसिंग के कांसेप्ट को आगे बढ़ाना होगा। उन्होंने कहा कि हमने पुलिस आयुक्त प्रणाली को दो शहरों में लागू करने का निर्णय लिया। मुझे प्रसन्नता है कि आज नोएडा अथॉरिटी के सहयोग से गौतम बुद्ध नगर पुलिस को पुलिस आयुक्त मुख्यालय के लिए यह परिसर एवं भवन प्राप्त हुआ है।