सीएम ने शामली में 232 करोड़ की लागत से पुलिस लाइन एवं आवासीय भवनों का किया शिलान्यास। प्रदेश की 23 करोड़ की जनता के टैक्स से बनी संपत्ति के साथ किसी को खिलवाड़ नहीं करने देंगे। कैराना में करने जा रहे हैं पीएसी की एक वाहनी का गठन। पहले व्यापारी पलायन करते थे, अब अपराधी पलायन कर चुके हैं। भ्रष्ट सरकारें जो पैसा खा जाती थीं, वही पैसा निकालकर विकास कार्यों में लगा रहे हैं।
मुजफ्फरनगर : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पहले प्रदेश में बेटियां सुरक्षित नहीं थी। लोग पर्व और त्योहार नहीं मना पाते थे। आज हमारी सरकार ने बेहतर माहौल दिया है। कानून के दायरे में कांवड़ यात्रा निकालिए, जन्माष्टमी, दीपावली, होली, गुड़ी पड़वा, ईद, मोहर्रम या क्रिसमस मनाइए सरकार पूरी सुविधा और सुरक्षा देगी। लेकिन कानून को बंधक बनाकर कोई तोड़-फोड़ आगजनी करने का प्रयास करेगा, तो हमारी सरकार इसे बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करेगी। अभी हाल ही में हमारी सरकार ने निर्णय लिया है कि जिन्होंने आगजनी की थी उन्हीं से भरपाई की जाएगी। प्रदेश की 23 करोड़ की जनता के टैक्स से बनी संपत्ति के साथ हम किसी को खिलवाड़ नहीं करने देंगे। योगी ने रविवार को मुजफ्फरनगर के शामली में 232 करोड़ की लागत से पुलिस लाइन एवं आवासीय भवनों के निर्माण कार्य का शिलान्यास किया। इस दौरान उन्होंने पुलवामा शहीद अमित कुमार एवं प्रदीप कुमार, अनंतनाग में शहीद हुए सतेंद्र कुमार और दिल्ली के दंगों में शहीद हुए इंटेलीजेंस ब्यूरो के सुरक्षा सहायक अंकित शर्मा को नमन किया। अपने सम्बोधन में उन्होंने कहा कि हमारी सरकार के आने के पहले कैराना और कांदला से पलायन होता था, लेकिन अब नहीं होता। कैराना और कांदला के बीच हम पीएसी की एक वाहनी का गठन करने जा रहे हैं, जिससे इस क्षेत्र को हमेशा के लिए सुरक्षा मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विगत 03 वर्षों में स्थितियां बहुत बदल गई हैं। पहले व्यापारी पलायन करते थे, अब अपराधी पलायन कर चुके हैं। अब व्यापारी सुगमता के साथ अपना व्यापार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस को अत्याधुनिक हथियारों के लिए पर्याप्त धनराशि देने के साथ ही उन्हें टेक्नोलॉजी से भी युक्त किया जा रहा है। जिससे अपराधी कितनी भी दूर छिपा हो, वह पुलिस के निशाने से बच न पाए। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि बिना भेदभाव के योजनाओं का लाभ सभी तक पहुंच सके और प्रदेश का कोई जनपद व क्षेत्र उपेक्षित महसूस न करे इस दृष्टि से मैं पिछले 3 वर्षों से जनपदों के दौरे के लिए निकल पड़ता हूं। योगी ने कहा कि प्रदेश के कई जिलों में वर्षों से ना जिला मुख्यालय था, ना पुलिस लाइन थी और ना ही जिले के अधिकारियों को सुविधाएं मिल पा रही थीं। यदि अधिकारियों के पास कार्य करने के लिए मुख्यालय नहीं होगा तो वे जनता की समस्याओं का समाधान कैसे कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने तय किया कि जितने भी ऐसे जनपद हैं, जहां जिला मुख्यालय, आवासीय सुविधा तथा बैरक नहीं हैं, वहां प्राथमिकता के आधार पर पैसा उपलब्ध कराया जाए। युद्धस्तर पर इस कार्यक्रम को बढ़ाने का कार्य किया गया।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि यह वही प्रदेश है, जहां कहा जाता था कि पैसा नहीं है। सरकारों की नीयत साफ होनी चाहिए। पैसा तो यह धरती माता स्वयं निकालकर देती हैं। जो पैसा पहले माफिया, अपराधी, भ्रष्ट राजनेता और सरकारें खा जाती थीं, वही पैसा निकालकर हम विकास कार्यों में लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम सभी के लिए, समान रूप से कार्य कर रहे हैं। विकास की योजनाओं से सभी को लाभान्वित किया जा रहा है, सबको सुरक्षा दी जा रही है, लेकिन तुष्टिकरण नहीं होने दिया जाएगा। प्रदेश में बिना भेदभाव के युवाओं को नौकरी मिल सके, हमारी सरकार ने पहले दिन से यह व्यवस्था सुनिश्चित की। उत्तर प्रदेश के नौजवान को हम सरकारी नौकरी भी देंगे और प्राइवेट क्षेत्र में भी पर्याप्त मात्रा में रोजगार लाकर उसे आर्थिक स्वावलंबन की ओर अग्रसर करेंगे।योगी ने कहा कि हमारी सरकार ने पहले चरण में 1.37 लाख पुलिस भर्ती की प्रक्रिया को पूरी पारदर्शिता के साथ किया। इसमें प्रदेश की बालिकाओं के लिए 20% स्थान दिया गया। सुरक्षा के माहौल के लिए बेटियों को भी पुलिस में प्रतिनिधित्व मिले, यह आवश्यक है। उन्होंने कहा कि 3 वर्ष पहले बिजली नहीं मिल रही थी। इसके लिए यहां बड़ा सब स्टेशन दे दिया है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी हमारी सरकार बहुत बड़ा कार्य करने जा रही है। 1947 से 2016 तक प्रदेश में केवल 12 राजकीय मेडिकल कॉलेज थे। हमारी सरकार 3 वर्ष के दौरान 29 नए राजकीय मेडिकल कॉलेज का निर्माण कर रही है। शामिली समेत प्रदेश के 16 जनपदों में मेडिकल कॉलेज नहीं है। इसके लिए हमने पॉलिसी बना दी है। आने वाले एक वर्ष में इन जनपदों में भी एक-एक मेडिकल कॉलेज देने जा रहे हैं।