महाथिर ने 2018 के चुनाव के नतीजों का जिक्र करते हुए कहा कि यह बहुत ही अजीब बात है। अब हारने वालों की सरकार बनेगी। उन्होंने दावा किया कि उनके पास संसद के 222 सदस्यों में से 114 का समर्थन है। फिलहाल इसकी गारंटी नहीं है कि वे सभी संसद में उनका समर्थन करेंगे। महाथिर ने सवाल किया कि क्या नये गठबंधन की सरकार पूर्व सत्ताधारी दल यूएमएनओ के राजनेताओं के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों को आगे बढ़ाने के लिए तैयार होगी। इनमें पूर्व प्रधानमंत्री नजीब रजाक भी शामिल हैं। जिन पर अब भ्रष्टाचार के मुकदमे चल रहे हैं। मुहीद्दीन महाथिर की बर्सटू पार्टी से हैं। लेकिन अब वह यूएमएनओ के साथ काम करने के लिए तैयार हैं।
मुहीद्दीन यासिन ने ली मलेशिया के पीएम पद की शपथ
कुआलालंपुर : मुहीद्दीन यासिन को रविवार को मलेशिया के प्रधानमंत्री पद की शपथ दिलाई गई। राजा ने उन्हें महाथिर मोहम्मद की जगह लेने के लिए चुना था। यासिन को पूर्व सत्ताधारी पार्टी यूएमएनओ का समर्थन हासिल है। मुहीद्दीन को मलेशिया के राजा सुल्तान अब्दुल्ला सुल्तान अहमद शाह के सामने महल में एक समारोह में शपथ दिलाई गई। महाथिर के इस्तीफे के साथ शुरू हुआ एक सप्ताह का राजनीतिक उथल-पुथल का दौर यासिन के शपथ ग्रहण से खत्म हो गया। महाथिर ने सत्ता पर अपनी पकड़ को और मजबूत करने के इस्तीफा दिया था लेकिन मलेशियाई राजनीति पर हावी होने का उनका दांव उल्टा पड़ गया। महाथिर ने मुहीद्दीन के बहुमत का समर्थन होने को चुनौती देते हुए कहा कि वह संसद में बहुमत नहीं साबित कर सकेंगे।