प्रयागराज : इलाहाबाद विश्वविद्यालय के पूर्व अकाउंटेंट की तलाश में सीबीआई ने शहर में छापेमारी की है। उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया गया है। हालांकि विश्वविद्यालय के पूर्व अकाउंटेंट अपने घर पर नहीं मिले बताया जा रहा है कि धोखाधड़ी के मामले में वांछित है। सीबीआई ने इस प्रकरण में कोई जानकारी देने से मना कर दिया है। अनिल सक्सेना पहले इलाहाबाद विश्वविद्यालय में एकाउंटेंट थे। विश्वविद्यालय के सरकारी आवास में अपने परिवार के साथ रहते थे बताया जा रहा है कि उनकी गतिविधियां शुरू से ठीक नहीं रही। कार्यकाल के दौरान उन्हें विश्वविद्यालय से निलंबित भी किया गया था।
कुछ साल पहले वह रिटायर हो गए और परिवार के साथ कहीं चले गए। धोखाधड़ी के मामले में सीबीआई ने अनिल सक्सेना को आरोपी बनाया है। उनके फरार होने पर कोर्ट ने गैर जमानती वारंट जारी किया है। सोमवार को सीबीआई प्रयागराज पहुंची पुलिस थाने में इसकी सूचना दी गई ।स्थानीय पुलिस के साथ अनिल की तलाश में छापेमारी की लेकिन उनका पता नहीं लगा अनिल के बारे में और जानकारी लेने के लिए सीबीआई ने कर्नलगंज पुलिस की मदद से इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन से संपर्क किया। और उनके अस्थाई पते के बारे में जानकारी जुटाई।
इस मामले में कर्नलगंज पुलिस ने कुछ बताने से बचती रही,हालाकि उन्होंने बताया कि अनिल के खिलाफ सीबीआई कोर्ट से एनबीडब्ल्यू जारी है। वहीं विश्वविद्यालय से जुड़े लोगों ने बताया कि ने सक्सेना मूल रूप से कानपुर के रहने वाले हैं रिटायर होने के बाद वह चले गए यहां भी उनके खिलाफ गबन के आरोप है। वही सीबीआई के छपे मारी की सूचना विवि के अधिकारीयों में हडकम्प मचा रहा। गौतलब है की पूर्व कुलपति हांग्लू के कार्यकाल की तमाम शिकायतों के बाद जांच चल रही है , बीते दिनों मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा गठित टीम विश्वविद्यालय का दौरा कर चूका है।वही राष्ट्रिय महिला आयोग की अध्यक्ष भी कैम्पस का दौरा चुकी है।