नई दिल्ली : केंद्र सरकार द्वारा गठित श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की आज बुधवार की दोपहर बाद बैठक होने वाली है। इससे पहले सभी अपेक्षित लोग आरके पुरम स्थित विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) कार्यालय में जुटेंगे।वहां से ग्रेटर कैलाश स्थित के.पाराशरन के आवास पर पहुंचेंगे।आज की बैठक में ट्रस्ट के चेयरमैन का चुनाव होगा। ट्रस्ट की पहली बैठक आज मंगलवार को दिल्ली स्थित ट्रस्ट कार्यालय ग्रेटर कैलाश-1 में होगी। यही रामजन्म भूमि मामले की लंबी कानूनी लड़ाई लड़ने वाले वरिष्ठ अधिवक्ता के. परासरन का कार्यालय भी है और के. परासरन केंद्र द्वारा इसी माह गठित 15 सदस्यीय ट्रस्ट के अहम सदस्य हैं। सरकार ने परासरन समेत नौ सदस्यों के नाम घोषित किए हैं। इसके अतिरिक्त ट्रस्ट में केंद्र और राज्य सरकार द्वारा नियुक्त एक-एक पदाधिकारी भी होंगे। अयोध्या के जिलाधिकारी भी ट्रस्ट के सदस्य हैं।
बैठक में राम मंदिर निर्माण के मुहूर्त की घोषणा की जा सकती है। संभव है कि यह तिथि रामनवमी (2 अप्रैल) की हो। इसके साथ ही मंदिर के नक्शे, धन की व्यवस्था और ट्रस्ट के सदस्यों की जिम्मेदारियों का बंटवारा भी किया जा सकता है। बैठक में महंत नृत्यगोपाल दास को आमंत्रण मिलने से ऐसे संकेत मिले हैं कि उन्हें भी ट्रस्ट में शामिल किया जा सकता है। ट्रस्ट की बैठक में मंदिर निर्माण के लिए फंड जुटाने की योजना पर विमर्श भी अहम होगा। प्रस्तावित मंदिर को लेकर जिस भव्यता-दिव्यता की कामना की जा रही है, उसे साकार करने में हजारों करोड़ रुपये का प्रबंध करना होगा। सरकार की ओर से यह स्पष्ट कर दिया गया है कि मंदिर निर्माण में शासकीय धन व्यय नहीं होगा। हालांकि पहले से ही मंदिर के लिए छह करोड़ रुपये से अधिक की राशि चंदे के रूप में जुटा ली गई है। मंदिर निर्माण के लिए प्रयोग में आने वाले 70 फीसदी पत्थरों को तराशने का काम भी पूरा कर लिया गया है। फिर भी मंदिर निर्माण को राम भक्तों की आस्था से जोड़ने के उद्देश्य से आगे की धन संग्रहण की रणनीति को उसी के अनुरूप अंतिम रूप दिया जाना है।