दीपक सिंह ने कहा राजधानी लखनऊ में ही सरकार जहां बढ़ते अपराधों को नकारती है वही दूसरी तरफ सरकारी संरक्षण में चल रहे अपराधों को प्रकाशित करने वाले पत्रकारों का पुलिस व संबंधित उच्च अधिकारियों द्वारा पत्रकारों पर जानलेवा प्रहार किए जा रहे हैं। लखनऊ के बंसल इंस्टिट्यूट सीतापुर रोड पर स्थित विद्यालय सेठ एमआर जयपुरिया में एक बच्चे पर जबरन घंटों बंधक बनाए रखने से संबंधित खबर लेने गए पत्रकार विजय मिश्रा व कैमरामैन को बंधक बनाकर मारा-पीटा गया तथा सामान जप्त कर लिया गया। इसकी सूचना एवं स्थानीय पुलिस को दिए जाने के बाद भी किसी प्रकार की प्रभावी कार्रवाई नहीं की गई। उल्टे सीसीटीवी फुटेज को डिलीट करवा दिया गया इससे तो यही लगता है कि प्रदेश में कानून का राज पूरी तरह से समाप्त हो चुका है ।
कांग्रेस नेता ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सेनानी के आश्रित को आयु सीमा में मिल रही छूट और मिलने वाली पेंशन तथा उनके आश्रितों के विशेष आरक्षण को समाप्त कर दिया गया है जबकि उक्त आश्रित के साथ विशेष आरक्षण श्रेणी के अंतर्गत आने वाले अभ्यार्थियों जैसे भूतपूर्व सैनिकों को पांच वर्ष की अधिकतम आयु सीमा तक तथा दिव्यांगों को अधिकतम आयु सीमा में 15 वर्ष तक की छूट मिल रही है परंतु स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों जो कि अपने प्राणों की बलि प्रदान करने के बाद देश को आजाद कराया है, उन्हीं के साथ ही क्यों अन्याय किया जा रहा है।