देश के पश्चिमी इलाके में शीतलहर व कुहासे की संभावना जताई गई है। दरअसल, मौसम विभाग की ओर से जानकारी दी गई है कि संभावित पश्चिमी विक्षोभ के कारण जाती हुई ठंढ फिर से वापस आ सकती है।
साल के अंतिम माह दिसंबर से देश के पश्चिमी हिस्से में ठंडी हवा का तूफान आता है, जिसे पश्चिमी विक्षोभ कहते हैं। यह पश्चिमी विक्षोभ जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश होते हुए बिहार पहुंचता है और ठंड को बढ़ाने का मुख्य कारण बनता है।
उल्लेखनीय है कि झारखंड व ओडिशा के कुछ हिस्सों में शीत लहर चलने की आशंका जताई गई है। भारतीय मौसम विभाग ( IMD) ने यह जानकारी सोमवार को दी। IMD के अनुसार, अगले 24 घंटों में झारखंड व ओडिशा के कुछ हिस्सों में शीत लहर चलने की प्रबल संभावना है। इसके साथ ही इन जगहों पर घना कुहासा भी हो सकता है।
11 फरवरी से पश्चिमी विक्षोभ के कारण पश्चिमी इलाका प्रभावित हो सकता है। इसके अलावा 11 से 13 फरवरी तक जम्मू कश्मीर व हिमाचल प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में बर्फ और बारिश की आशंका जताई जा रही है।
मौसम पूर्वानुमान बताने वाली एजेंसी ने बताया कि 9 फरवरी को छत्तीसगढ़, ओडिशा, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश के तटीय इलाके और नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा।
मौसम में बदलाव के बावजूद दिल्ली में ठंडक बरकरार है। दिन में धूप खिलने पर ठंड से कुछ राहत तो मिली पर सुबह व शाम ठिठुरन बनी हुई है। अभी कुछ दिन तक मौसम के ऐसे ही बने रहने की संभावना है। सोमवार सुबह की शुरुआत ठंड के साथ हुई।
मौसम विभाग के अनुसार रविवार को दिल्ली का न्यूनतम तापमान सामान्य से चार डिग्री कम 6.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि, दिन में खिली धूप के कारण मौसम कुछ गर्म हुआ। इसीलिए अधिकतम तापमान बढ़कर सामान्य स्तर पर 22.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हवा में नमी का स्तर 46 से 100 फीसद रहा। 4.9 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान के साथ मुंगेशपुर रविवार को दिल्ली का सबसे ठंडा इलाका रहा। आने वाले दिनों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान बढ़ने की उम्मीद है।
अनुमान है कि अधिकतम तापमान बढ़कर 24 तक और न्यूनतम तापमान 8-10 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। अगले कुछ दिनों में 15-20 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा भी चल सकती हैं। हवा के कारण प्रदूषण स्तर में कमी आएगी। साथ ही ठंड का स्तर बढ़ने का अनुमान है।