ट्रस्ट गठन को कैबिनेट की मंजूरी, ट्रस्ट को 67.03 एकड़ जमीन ट्रांसफर की जाएगी, रामलला विराजमान की जमीन भी ट्रस्ट को मिलेगी
नई दिल्ली : केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का पालन करते हुए अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट का गठन कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोकसभा में इसका ऐलान करते हुए कहा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट के गठन को मंजूरी दे दी गई है। उन्होंने कहा कि इस ट्रस्ट का नाम ‘श्री राम जन्मस्थली तीर्थ क्षेत्र’ होगा और यह पूरी तरह से स्वायत्त होगा। इसके साथ ही सुन्नी वक्फ बोर्ड को अयोध्या में पांच एकड़ जमीन दी जाएगी। बुधवार को लोकसभा में सदस्यों को इसकी जानकारी देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि मंत्रिमंडल की बैठक में श्रीराम जन्मस्थली पर भव्य मंदिर के निर्माण के लिए और इससे संबंधी अन्य विषयों के लिए एक विशाल योजना तैयार की है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक एक स्वायत्त ट्रस्ट श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के गठन का प्रस्ताव पारित किया गया है। उन्होंने कहा कि यह ट्रस्ट सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के मुताबिक मंदिर बनाने के लिए होगा।
उन्होंने कहा कि भारत की प्राणवायु में, आदर्शों में, मर्यादाओं में भगवान श्रीराम और अयोध्या की ऐतिहासिकता से हम सभी परिचित हैं। अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर के निर्माण वर्तमान और भविष्य में रामलला के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या और श्रद्धा को ध्यान में रखते हुए एक और फैसला किया गया है। पीएम ने बताया कि कानून के तहत ट्रस्ट को 67.03 एकड़ जमीन ट्रांसफर की जाएगी, जिसमें भीतरी और बाहरी आंगन भी शामिल है। उन्होंने कहा कि रामलला विराजमान की जमीन भी ट्रस्ट को मिलेगी। यह ट्रस्ट ही भव्य और दिव्य राम मंदिर निर्माण पर फैसला लेगा।
सुन्नी वक्फ बोर्ड को अयोध्या में दी जाएगी पांच एकड़ जमीन
प्रधानमंत्री ने सदन में सदस्यों को बताया कि सुन्नी वक्फ बोर्ड को अयोध्या में पांच एकड़ जमीन आवंटित की जाएगी और इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने भी अपनी सहमति प्रदान कर दी है। मोदी ने कहा कि ‘09 नवम्बर को अयोध्या पर फैसला आने के बाद देशवासियों ने परिपक्वता का परिचय दिया। मैं उनकी भूरि-भूरि प्रशंसा करता हूं। हमारी संस्कृति, हमारी परम्पराएं वसुधैव कुटुम्बकम का दर्शन देती है और आगे बढ़ने की प्रेरणा भी देती है। हिंदुस्तान में हर पंथ के लोग चाहे हिंदू, मुस्लिम, सिख, इसाई हों या बौद्ध, पारसी जैन हों, हम सब एक वृहद परिवार के सदस्य हैं। इस परिवार के हर सदस्य का विकास हो, वो सुखी रहे, स्वस्थ रहे, देश का विकास हो इसी भावना के साथ मेरी सरकार सबका साथ, सबका विश्वास के मंत्र पर चल रही है।’