महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा है कि जब उन्हें आवश्यकता होगी वह दिल्ली जाएंगे। दरअसल उनसे शिवसेना के मुखपत्र सामना में एक साक्षात्कार के दौरान पूछा गया था कि मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद भी आपने राष्ट्रीय राजधानी का दौरा नहीं क्यों नहीं किया और न ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति से औपचारिक मुलाकात की।
इस पर उद्धव ठाकरे ने जवाब देते हुए कहा कि मेरी ऐसी न तो कोई मजबूरी है और न ही नाराजगी की मैंने दिल्ली का दौरा नहीं किया जब मुझे जरूरत होगी तब मैं निश्चित रूप से दिल्ली जाऊंगा। साक्षात्कर में उनसे पूछा गया कि क्या वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस के अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलेंगे? इस पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने कहा क्यों नहीं? मैं निश्चित रूप से प्रधानमंत्री मोदी, सोनिया गांधी, अडवाणी और अन्य लोगों से मिलूंगा।
बता दें की बीते 6 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पुणे आये थे तब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने हवाई अड्डे पर उनकी अगवानी की थी। प्रधानमंत्री यहां 7 और 8 दिसंबर को एक सम्मेलन में भाग लेने आये थे। उद्धव ठाकरे के महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के पद पर आसीन होने के बाद यह उनकी पहली मुलाकात थी।
गौरतलब है कि भाजपा से नाता टूटने के बाद शिवसेना ने कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस से हाथ मिलाया और उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बने। उल्लेखनीय है कि बीते मंगलवार को शिवसेना के मुखपत्र सामना में दिये एक साक्षात्कार में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बुलेट ट्रेन पर बड़ा बयान देते हुए कहा था कि बुलेट ट्रेन मोदी जी का सपना है ये हमारा सपना नहीं है, ये सफेद हाथी है जिसे पालना जरूरी नहीं है। इस विषय में हम जनता की राय के बाद ही कोई निर्णय लेंगे। ठाकरे ने कहा था कि सरकार का कार्य विकास करना है। अपनी आर्थिक स्थिति देख ही राज्य के विकास की प्राथमिकता तय होनी चाहिये।