गैर संचारी रोगों के मरीजों की स्क्रीनिंग पर होगा स्पेशल फोकस
अमेठी के 30 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर होगी मुफ्त जाँच व इलाज
डायबिटीज़ व हाइपरटेंशन के मरीजों की स्क्रीनिंग व काउंसिलिंग होगी
संचारी रोगों के मरीजों व मातृ-शिशु स्वास्थ्य जांच के भी रहेंगे इंतजाम
अमेठी : आज की भाग-दौड़ भरी ज़िंदगी और बदलती लाइफ स्टाइल के चलते लोग कम उम्र में ही गैर संचारी रोगों जैसे डायबिटीज़, हाइपरटेंशन, कैंसर व हृदय संबंधी बीमारियों की गिरफ्त में आ रहे हैं। पहले इनमें से अधिकतर बीमारियां लोगों को 40 से 50 साल की उम्र के बाद अपने चपेट में लेतीं थीं किन्तु अब इनका खतरा 30 की उम्र पार करने के साथ ही मंडराने लगता है। इस गंभीर समस्या से अमेठी की जनता को मुक्ति दिलाने के लिए आगामी दो फरवरी को सभी 30 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर लगने वाले मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेले में गैर संचारी रोगों (एनसीडी) के मरीजों की स्क्रीनिंग को प्रमुखता पर रखा गया है।
स्थानीय सांसद और महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति जूबिन इरानी की पहल पर अमेठी की जनता को स्वस्थ व खुशहाल बनाने के लिए यहाँ हर महीने अलग-अलग थीम पर स्वास्थ्य मेले का आयोजन किया जा रहा है। यह सिलसिला अक्टूबर 2019 में शुरू हुआ था, जो अब परवान चढ़ता नजर आ रहा है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आर.एम. श्रीवास्तव का कहना है कि इस बार आयोजित होने वाले स्वास्थ्य मेले को मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेला से जोड़ दिया गया है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इसका लाभ उठा सकें। यह स्वास्थ्य मेला जनपद के सभी 30 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर आयोजित किये जायेंगे, जहाँ पर चिकित्सा अधिकारियों के साथ ही अन्य स्टाफ पूरी मुस्तैदी के साथ लोगों की स्वास्थ्य जाँच के साथ दवाएं भी मुहैया कराएंगे।
जांच में यदि कोई मामला गंभीर (हाई रिस्क) लगता है तो उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों व जिला अस्पताल को रेफर भी किया जाएगा। स्वास्थ्य मेले में गैर संचारी रोगों की स्क्रीनिंग और काउंसिलिंग के साथ ही संचारी रोगों और मातृ व शिशु स्वास्थ्य की जांच और इलाज की व्यवस्था रहेगी। स्वास्थ्य मेले के व्यापक प्रचार-प्रसार के भी इंतजाम किये गए हैं। आशा कार्यकर्ताओं द्वारा लोगों को इस बारे में पहले से ही जागरूक किया जा चुका है। उनके द्वारा घर-घर जाकर 30 साल की उम्र पार चुके पुरुषों और महिलाओं का पूरा रिकार्ड जुटाया जा रहा है । इस बार के स्वास्थ्य मेले में करीब छह हजार लोगों के स्वास्थ्य जाँच का लक्ष्य तय किया गया है। स्वास्थ्य मेले में प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान भारत) के लाभार्थियों के रजिस्ट्रेशन के साथ ही गोल्डन कार्ड वितरण की भी व्यवस्था की गयी है।