अक्सर पूरे दिन ऑफिस में बैठे-बैठे काम करने की वजह से कमर अकड़ने लगती है और भयंकर दर्द होने लगता है। इसी के साथ कई अन्य कारणों जैसे ज्यादा मेहनत, भारी सामान उठाने, आड़ा-तिरछा बैठना, मांसपेशियों में खिंचाव की वजह से भी कम में दर्द हो उठता हैं। इसकी वजह से रात को सोने में भी परेशानी होती हैं। इसलिए आज हम आपके लिए कुछ ऐसी स्लीपिंग पोजीशन लेकर आए हैं जिनकी मदद से कमर दर्द में भी सुकून की नींद मिलेगी और दर्द से आराम मिलेगा। तो आइये जानते हैं इनके बारे में।
स्लीपिंग पोजीशन 1
ये कमर दर्द में सोने की सबसे आसान पोजीशन है। अगर आपको पीठ के बल सोने में तेज दर्द हो रहा है, तो आप इस पोजीशन में आसानी से सो सकते हैं। सीधा लेट जाएं और फिर किसी एक साइड मुड़ जाएं। अब एक लंबी तकिया लें और अपने दोनों घुटनों के बीच तकिया को फंसा लें। चूंकि तकिया लंबी है, इसलिए ये आपके घुटनों के साथ-साथ बांहों में भी आ जाएगी। इसलिए तकिया को बांहों में भी भर लें। र्द या थकान होने पर आप दूसरी साइड से भी इसी पोजीशन को बदल कर सो सकते हैं।
स्लीपिंग पोजीशन 2
इस पोजीशन में आप पेट के बल लेटकर एक तकिया को बांहों में भरकर सोते हैं। इसलिए कुछ लोग मजाक में इसे सिंगल लोगों की पोजीशन कहते हैं। पेट के बल लेट जाएं और एक तकिया लें। इस तकिया को अपने पेल्विक (पेड़ू) यानी पेट के निचले हिस्से में दबा लें। आप चाहें तो अपने सीने या सिर के आसपास भी तकिया को होल्ड कर सकते हैं। डिजेनेरेटिव डिस्क रोग से प्रभावित लोगों के लिए ये पोजीशन सबसे बेहतर है। इस पोजीशन में सोने से डिस्क के बीच के स्पेस में स्ट्रेस कम हो जाता है, जिससे दर्द नहीं होता है।
स्लीपिंग पोजीशन 3
कमर दर्द का कारण अगर मांसपेशियों का खिंचाव या हार्निएटेड डिस्क है, तो आप इस पोजीशन में सो सकते हैं। अपने पीठ के बल बिल्कुल सीधा लेट जाएं।अब किसी एक तरफ शरीर को मोड़ें और फिर अपने घुटनों को मोड़ते हुए अपने सीने से चिपका लें। अब अपने हाथों से पैरों को जकड़ कर लेटें।इस पोजीशन में आपके शरीर की मांसपेशियां खिंची हुई रहती हैं, इसलिए उनमें दर्द का अनुभव नहीं होता है। एक साइड से थक जाने पर आप दूसरी साइड से इसी पोजीशन में सो सकते हैं।